आदित्य शर्मा/नस
चंडीगढ़/पंचकूला, 20 जुलाई
चंडीगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे, इससे पहले स्वास्थ्य विभाग पीजीआई के साथ मिल कर शहर में कमजोर बच्चों की पहचान करने के लिए सीरो सर्वेक्षण में तेजी ला रहा है ताकि ऐसे बच्चों की पहचान कर उनके स्वास्थ्य संबंधी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जा सकें। पीजीआई द्वारा किए जा रहे सीरो-सर्वेक्षण में 6 से 18 साल के अधिकतर बच्चों में एंटी बाॅडी पाई गई है।
पीजीआई के निदेशक डॉ जगत राम ने बताया कि 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के सीरो सर्वेक्षण में सेक्टर क्षेत्रों में 67.4 प्रतिशत, ग्रामीण क्षेत्रों में 74.3 प्रतिशत और कॉलोनी क्षेत्रों में 73.2 प्रतिशत बच्चों में एंटी बॉडी मिली हैं। पीजीआई के निदेशक ने बताया कि 1000 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) के दो ऑक्सीजन संयंत्र पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं और परीक्षण किया जा रहा है। डॉ. जसबिंदर कौर, निदेशक प्राचार्य, जीएमसीएच-32 ने कहा कि शहर में वयस्क आबादी के लिए सीरो सर्वेक्षण किया गया है और ग्रामीण क्षेत्रों में 68 प्रतिशत आबादी, शहरी क्षेत्रों में 83.5 प्रतिशत और कॉलोनी क्षेत्रों में 79.8 प्रतिशत लोगों में कोविड विशिष्ट एंटी बॉडी हैं।
चंडीगढ़ में 7,09,180 टीकों की खुराक दी जा चुकी
डॉ. अमनदीप कंग, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, जीएमएसएच-16 ने कहा कि पिछले सप्ताह के दौरान शहर के लिए 10314 कोविड नमूनों का परीक्षण किया गया है और शहर में 98.6 प्रतिशत रिकवरी रेट के साथ पाजिटिव रेट 0.22 प्रतिशत था। चंडीगढ़ में अब तक 7,09,180 टीकों की खुराक दी जा चुकी है। 77.25 प्रतिशत आबादी को पहली खुराक दी गई है और 20.4 प्रतिशत को दूसरी खुराक दी गई है।