चंडीगढ़, 14 मार्च (ट्रिन्यू)
भारत की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं ने हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विशिष्ट पहचान दी है और आजादी का अमृत महोत्सव का उत्सव स्वतंत्रता की ऊर्जा का ही अमृत है।
स्वतंत्रता संग्राम के योद्धाओं की प्रेरणा का अमृत, नए विचारों और प्रतिज्ञाओं का अमृत और आत्मनिर्भर भारत का अमृत भी है इसलिए आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्र जागरण का पर्व
है। यह बात आज पंजाब यूनिवर्सिटी के यूआईएलएस के प्रो. डॉ. भारत ने जीजीडीएसडी काॅलेज सेक्टर-32 में एनएसएस शिविर के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव सुशासन के सपने को पूरा करने का त्योहार है और वैश्विक शांति और विकास का त्योहार है।
एनएसएस स्वयंसेवकों को प्रेरित करते हुए डॉ. भारत ने वेदों, उपनिषदों, स्मृतियों और महाभारत से संबंधित उदाहरणों के विभिन्न छंदों को भी उद्धृत किया।