एडिड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन ने उठाये लंबित मामले
चंडीगढ़ एडिड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (कैक्टा) का एक प्रतिनिधिमंडल चंडीगढ़ के प्राइवेट एडिड कॉलेजों के शिक्षण संकाय के लंबित मुद्दों पर चर्चा और समाधान की मांग के लिए चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा से मिला। कैक्टा अध्यक्ष डॉ. मीनाक्षी राठौर और सचिव प्रो. अमिताभ द्विवेदी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने पूरे क्षेत्र में 30,000 से अधिक छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में एसडी कॉलेज, एमसीएम कॉलेज, डीएवी कॉलेज और अन्य जैसे सहायता प्राप्त कॉलेजों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
बैठक के दौरान जिन प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई, उनमें केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ कर्मचारी (सेवा शर्तें) नियम, 2022 के बाद नए सेवा नियमों का कार्यान्वयन करवाना, जुलाई 2018 से लंबित सीएएस पदोन्नतियां, यूजीसी मानदंडों के अनुसार लागू भत्तों का जारी कराना, पीएचडी वेतन वृद्धि और गैर-चक्रवृद्धि लाभ प्रदान करने में देरी, नवनियुक्त शिक्षकों के लिए एक वर्ष की परिवीक्षा अवधि के कार्यान्वयन का अभाव, कानूनी स्पष्टता और विश्वविद्यालय के अनुमोदन के बावजूद पिछली सेवा की गणना न करना आदि शामिल है। जतिंदर मल्होत्रा ने प्रतिनिधिमंडल को सभी मुद्दों पर उचित एवं सामयिक हस्तक्षेप का आश्वासन दिया। उन्होंने चंडीगढ़ के शैक्षणिक परिवेश में सहायता प्राप्त कॉलेजों के महत्व को स्वीकार किया और शिक्षकों की अथक सेवा और प्रतिबद्धता की सराहना की।