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PGGC-11 और FIHCR के बीच समझौता, भारतीय इतिहास और संस्कृति के शोध को मिलेगा नया आधार

चंडीगढ़, 27 जून (ट्रिन्यू) भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक विरासत को नई दृष्टि से समझने और शोध की अंतःविषय संभावनाओं को विस्तार देने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया। पोस्ट-ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर-11 (PGGC-11) और फाउंडेशन फॉर इंडियन हिस्टोरिकल...
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चंडीगढ़, 27 जून (ट्रिन्यू)

भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक विरासत को नई दृष्टि से समझने और शोध की अंतःविषय संभावनाओं को विस्तार देने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया। पोस्ट-ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर-11 (PGGC-11) और फाउंडेशन फॉर इंडियन हिस्टोरिकल एंड कल्चरल रिसर्च (FIHCR) के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।

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इस MoU के अंतर्गत दोनों संस्थान ऐतिहासिक व सांस्कृतिक अध्ययनों को नए दृष्टिकोण से देखने के लिए मिलकर काम करेंगे, जहां पारंपरिक अकादमिक सीमाओं से आगे बढ़कर सहयोग की संभावनाएं तलाशी जाएंगी।

PGGC-11 के प्राचार्य प्रो. जे. के. सहगल और FIHCR के अनुसंधान एवं परियोजना प्रमुख डॉ. जप्पन ओबेरॉय ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। डॉ. ओबेरॉय इस साझेदारी के तहत समन्वय अधिकारी की भूमिका भी निभाएंगे।

FIHCR एक निजी, गैर-लाभकारी, अराजनीतिक और स्वतंत्र संस्था है, जिसकी स्थापना प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ. विक्रम संपत ने की थी। वे वर्तमान में इसके निदेशक भी हैं। संस्था का लक्ष्य भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक आख्यान को पुनर्स्थापित करना है, ताकि भारत की समृद्ध विरासत को संरक्षित करते हुए, लोगों में भारतीयता के गौरव और सांस्कृतिक आत्मबोध को प्रोत्साहित किया जा सके।

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