विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 4 अप्रैल
यूटी में पानी के रेट ढाई गुना तक बढ़ाए जाने के खिलाफ जनता ने मोर्चा खोल दिया है। चंडीगढ़ की वेलफेयर सोसाइटीज बैठकें कर रणनीति बनाने में जुट गई हैं। जल्द ही शहर में पानी के मुद्दे पर जनता और प्रशासन के बीच दो-दो हाथ होंगे। इसके अलावा आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने भी पानी के मुद्दे पर भाजपा को सदन से लेकर रोड तक घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। फेडरेशन ऑफ सेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ चंडीगढ़ (फॉसवेक) ने कहा कि उनके साथ चंडीगढ़ की अन्य 70 वेलफेयर एसोसिएशन की बैठकें चल रही हैं। कांग्रेस पानी के मुद्दे पर 7 अप्रैल को और आम आदमी पार्टी आज प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने पानी के मुद्दे को एक साथ उठाने के भी संकेत दिए हैं।
चंडीगढ़ में एक अप्रैल से पानी के दाम ढाई गुना तक बढ़ दिए हैं। पहले शहरवासियों को महीने में 31 से 60 किलोलीटर (केएल) पानी के इस्तेमाल पर 6 रुपए प्रति केएल के हिसाब से बिल देना पड़ता था, जो अब 10 रुपए के हिसाब से चुकाना पड़ेगा। वहीं, 60 किलोलीटर से ऊपर के लिए ढाई गुना अधिक 8 रुपए की जगह 20 रुपए के हिसाब से बिल देना पड़ेगा। कोरोना के कारण पिछले साल तत्कालीन प्रशासक ने बढ़े हुए पानी के दामों पर 31 मार्च 2022 तक रोक लगा रखी थी। नयी अधिसूचना के अनुसार 5 फीसदी दाम अपने आप हर साल एक अप्रैल को बढ़ जाएंगे, जबकि पहले फैसले के अनुसार जारी अधिसूचना में हर साल तीन फीसदी दाम बढ़ने थे। हालांकि, सीवरेज सेस 30 फीसदी ही रहेगा जबकि भाजपा के पार्षद इसे 10 फीसदी करने की मांग कर रहे थे। नए दाम तय करते समय प्रशासन ने दावा किया है कि अब भी चंडीगढ़ में पानी दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से सस्ता है।
बुजुर्गों को भगाना चाहता है प्रशासन
फेडरेशन ऑफ सेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ चंडीगढ़ (फॉसवेक)फॉसवेक के चेयरमैन बलजिंद्र सिंह का कहना है कि प्रशासन का पानी के रेट ढाई गुना तक बढ़ाया जाना गलत है। ऐसे फैसले लेकर वह बुजुर्गों को चंडीगढ़ से भगाना चाहती है। जिन लोगों को पहले पानी का बिल एक हजार देना पड़ता था उन्हें अब तीन हजार रुपए चुकाना पड़ेगा। महंगाई के इस दौर में बुजुर्गों का जीना दुश्वार हो जाएगा। उनकी एसोसिएशन के साथ 70 वेलफेयर एसोसिएशन की बैठकें चल रही है। जल्द ही रणनीति बनाकर पानी के मुद्दे पर लड़ाई लड़ी जाएगी।
प्रशासन का तर्क
यूटी प्रशासन के अनुसार 10 साल बाद शहर में पानी के दाम बढ़े हैं। इससे पहले 24 मई 2011 को दाम बढ़े थे। इन दस साल में पानी की सप्लाई का खर्चा बढ़ा है। नगर निगम के अनुसार इस समय पानी की सप्लाई और सीवरेज से हर साल 80 करोड़ से ज्यादा का घाटा हो रहा है। पहली दो स्लैब के तय किए गए दाम पंजाब और हरियाणा के मुकाबले में कम हैं जो इसके बाद की कैटेगरी है, उसके दाम दिल्ली के मुकाबले में कम है। तीसरी और चौथी कैटेगरी का जो चंडीगढ़ में दाम 10 और 20 रुपए किलोलीटर तय किए गए हैं, वह दिल्ली में 43.93 रुपए प्रति किलोलीटर है। चंडीगढ़ में सीवरेज सेस 30 फीसदी है, जबकि दिल्ली में कुल पानी के बिल में 60 फीसदी सीवरेज सेस लग रहा है। चंडीगढ़ में 10 घंटे के लिए पानी की सप्लाई होती है। साथ ही 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू करने के प्रोजेक्ट पर स्मार्ट सिटी पहले से काम कर रहा है।
भाजपा से उम्मीद कम
चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चावला का कहना है कि वह जनता की आवाज को उठाएंगे। पानी के रेट बढ़ाए जाने के खिलाफ वो आज प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद रणनीति तैयार कर जगह-जगह भाजपा और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा। जनता को इसमें उनका साथ देना होगा। उन्हें उम्मीद कम ही है कि भाजपा बढ़े हुए दामों को कम करने के लिए कुछ प्रयास करेगी।
लीकेज को बंद करे प्रशासन
आम आदमी पार्टी के प्रदीप छाबड़ा का कहना है कि जनता पर बोझ डालने की बजाय प्रशासन को पानी की लीकेज को बंद करना चाहिए। पुरानी पाइपों की जगह दूसरी पाइपें डाली जाएं ताकि पानी की बर्बादी को बचाया जा सके। सरकार को 20 हजार लीटर तक लोगों को फ्री पानी देना चाहिए। जब दिल्ली में आप सरकार फ्री पानी दे सकती है तो चंडीगढ़ के लोगों को इतना महंगा पानी क्यों दिया जा रहा है।
विपक्ष ने नहीं दिया साथ
चंडीगढ़ के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण सूद ने कहा कि पानी के दाम भाजपा के कारण ही कम बढ़े हैं। प्रशासन इससे ज्यादा बढ़ाना चाहता था। प्रशासक के साथ बैठक में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का साथ नहीं मिला। बैठक में आप पार्षदों ने कहा कि 20 हजार लीटर तक पानी फ्री किया, जबकि कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि रिहायशी को छोड़कर कमर्शियल पानी के दामों को बढ़ाया जाए।
कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ेंगे जनता की लड़ाई
आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ के अध्यक्ष प्रेम गर्ग ने पत्रकारवार्ता में कहा कि प्रशासक के साथ बैठक में आप और कांग्रेस ने पानी के रेट बढ़ाए जाने का विरोध किया था। भाजपा पार्षदों ने प्रशासक के साथ हुई बैठक में विरोध नहीं किया, जिस कारण प्रशासन ने ढाई गुना तक दामों में बढ़ोतरी कर दी। उन्होंने कहा कि पानी के मुद्दे पर वो जनता के साथ है। इसमें जरूरत पड़ी तो वो कांग्रेस के साथ मिलकर प्रशासन के फैसले का विरोध करेंगे। इसको लेकर आप आज विरोध प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि अवैध ट्यूबवेलों, पानी चोरी को रोके।
दो स्लैब में बदलाव नहीं
पानी की दामों की अधिसूचना जारी होने के बाद मेयर सरबजीत कौर ने कहा था कि पहले दो स्लैब में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इससे सामान्य परिवार और नौकरी पेशा लोगों के लिए राहत रखी गई है। विपक्ष का साथ मिलता तो अन्य स्लैब में भी हम राहत दे सकते थे। अन्य शहरों की तुलना में चंडीगढ़ में पानी के दाम काफी कम हैं।