चंडीगढ़/पंचकूला, 15 सितंबर (नस)
चंडीगढ़ के लिए भूमि एकत्रीकरण नीति और अधिसूचित चंडीगढ़ मास्टर प्लान (सीएमपी) 2031 के अनुसार गांवों और शहरी क्षेत्रों के प्रस्तावित विकास पर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रशासक के सलाहकार धर्म पाल ने की। इस बैठक में संपदा अधिकारी ने भाग लिया था। सलाहकार ने इच्छा जताई कि इस तरह के विकास के लिए प्रचलित रेरा और अन्य अधिनियमों/दिशानिर्देशों के प्रावधानों को भी शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि इन विकास योजनाओं को एक स्पेशल विलेज प्लानिंग सेल के माध्यम से नगर निगम, चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड और शहरी नियोजन विभाग के बीच समन्वय में समयबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा। प्रशासक ने बताया कि मास्टर प्लान 2031 की सिफारिशों के आधार पर चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा अधिसूचित की जाने वाली उपरोक्त नीति के अनुसार नगर निगम/सीएचबी द्वारा गांवों का केंद्रित विकास किया जाएगा। इस मौके पर पंजाब, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र राज्यों में अध्ययन करने के बाद चंडीगढ़ में गांवों और शहरी क्षेत्रों के लिए भूमि के एकत्रीकरण के लिए एक मसौदा नीति प्रस्तुत की गई।