खिलाड़ियों की चोटों के लिए उन्नत सर्जरी से नई राह
खेल के दौरान होने वाली टखने और पैर की गंभीर चोटें अब खिलाड़ियों के करियर को नहीं रोक रहीं। फोर्टिस अस्पताल, मोहाली के फुट एंड एंकल डिपार्टमेंट ने डिफॉर्मिटी करेक्शन और लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी के जरिए कई खिलाड़ियों को दोबारा मैदान में लौटने का मौका दिया है।
डॉ. चंदन नारंग, एसोसिएट कंसल्टेंट, ने हाल ही में एक 21 वर्षीय कबड्डी खिलाड़ी का सफल इलाज किया। टखने की बार-बार होने वाली मोच और लिगामेंट की कमजोरी के कारण वह खेल छोड़ने की कगार पर था। जांच में क्रॉनिक एंकल इंस्टैबिलिटी पाई गई। डॉ. नारंग ने लेटरल एंकल लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन किया, जिससे खिलाड़ी को तुरंत राहत मिली। सर्जरी के अगले ही दिन उसे छुट्टी दे दी गई और अब वह अभ्यास में लौट चुका है।
डॉ. नारंग के अनुसार, “ऐसी चोटें लंबे समय तक अनदेखी करने पर खिलाड़ी की क्षमता को प्रभावित कर देती हैं। समय पर उपचार और व्यक्तिगत देखभाल से वे न सिर्फ ठीक हो सकते हैं बल्कि खेल में बेहतर वापसी भी कर सकते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि पैर और टखने की विकृतियां जन्मजात या फिर तंत्रिका और मांसपेशियों से जुड़ी बीमारियों के कारण विकसित हो सकती हैं।
फोर्टिस मोहाली का यह विभाग एड़ी के दर्द, सपाट पैर, गठिया, गोखरू, फ्रैक्चर, क्लब फुट, मधुमेह संबंधी पैर की समस्याएं और खेल के दौरान हुई चोटों के लिए आधुनिक और विशेष इलाज उपलब्ध कराता है।