पिंजौर, 2 मई (निस)
कौशल्या नदी के किनारे पर हाउसिंग बोर्ड द्वारा विकसित की गई हिमशिखा कालोनी स्थित प्राचीन श्री काली माता मंदिर की देखरेख को लेकर 2 पक्षों में चल रहे विवाद पर प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा था और अगले निर्णय तक मंदिर में ताले जड़ दिए थे। जिला शिकायत निवरण कमेटी के आदेश पर भारी पुलिस फोर्स के साथ प्रशासनिक अमला सोमवार को मंदिर के ताले खुलवाने पहुंचा था, लेकिन तालों की चाबी न मिलने के कारण उसे खाली लौटना पड़ा। ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार कालका विक्रम सिंगला ने बताया कि हमारे पास ताले खुलवाने की अनुमति है, ताले तोड़ने की नहीं है। पुलिस फोर्स के जाने के बाद हालांकि अभी तक कालोनी में स्थिति शांतिपूर्ण है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार हिमशिखा में काली माता मंदिर है, जिसकी देखरेख श्री सनातन धर्म सभा द्वारा की जा रही थी। कुछ माह पूर्व मंदिर की देखरेख और कब्जे को लेकर दो पक्षों में कथित लड़ाई-झगड़ा भी हुआ था। मंदिर पुजारी और सनातन सभा द्वारा इसकी शिकायत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से की गई थी। इस दौरान आरोप लगाया गया था कि मंदिर पर कब्जा करने की नियत से दूसरे पक्ष ने माता महाकाली वेलफेयर सोसाइटी का गठन किया था। मंदिर के पुजारी और कथित तौर पर उसके परिवार से झगड़ा भी किया था।