एस.अग्निहोत्री/हप्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 18 जुलाई
भाजपा नेताओं के दबाव और लोगों के विरोध के चलते सोमवार को बापूधाम में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं हो पायी और अतिक्रमण हटाओ दस्ते को बैरंग लौटना पड़ा। जानकारी के मुताबिक बापूधाम में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सोमवार से शुरू होनी थी जिसमें मौजूदा पार्षद और सीनियर डिप्टी मेयर दलीप शर्मा ने विरोध किया। उनका लोगों ने भी साथ दिया।
सूत्रों का कहना है कि सलाहकार धर्मपाल के आदेश पर कमिश्नर आनिंदिता मित्रा के कहने पर कार्रवाई रोकी गई है। जबकि पहले यह तय हुआ था कि यह कार्रवाई 26 दिन तक चलेगी। कार्रवाई रुकवाने के लिए कांग्रेस और आदमी पार्टी के नेता सुबह ही पहुंच गए थे और कार्रवाई के लिए निगम की टीम बुलडोजर के साथ पहुंच गई थी।
यहां उल्लेखनीय है कि सोमवार को ही भाजपा के उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बबला, प्रदेश प्रवक्ता कैलाश चंद जैन के साथ सलाहकार धर्मपाल से मिलने गए। बबला ने सलाहकार को ज्ञापन सौंपते हुए कार्रवाई न करने की बात की। इसके बाद देवेंद्र सिंह बबला ने सीनियर डिप्टी मेयर दलीप शर्मा के साथ पहुंचकर लोगों को बताया कि अब घर नहीं टूटेंगे। बबला ने सलाहकार को बताया कि कालोनी में कुछ लोगों ने जरूरत के अनुसार कुछ बदलाव किए हुए हैं और जिन्होंने अतिरिक्त निर्माण किया हुआ है वह हटा दिया है। इसलिए इस ड्राइव को रोक दिया जाए।
कांग्रेस नेताओं व निगम के अधिकारियों में बहस
सुबह कार्रवाई को रोकने के लिए सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की अन्य नेताओं के साथ पहुंचे। कांग्रेस नेताओं और नगर निगम के अधिकारियों के बीच बहस भी हुई। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा विरोधी और निगम विरोधी नारे लगाए। आक्रोशित निवासियों ने नगर निगम पर शहर में भाजपा के एजेंट की तरह काम करने का आरोप लगाया। आप ने भी प्रदर्शन किया, जिसमें रेजिडेंट वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने समर्थन दिया।