मोहाली, 26 जून (निस)
बिना लाइसेंस चल रही चार इमीग्रेशन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मोहाली पुलिस ने चार फर्जी ट्रैवल एजेंटों को गिरफ्तार किया है। पहले मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी मोहाली संदीप गर्ग ने कहा कि 17 जून को साहिल घई व नितिन घई के खिलाफ फेज-1 थाने में मामला दर्ज किया गया था। आरोपी फेज-7 इंडस्ट्रियल एरिया मोहाली में ओवरसीज इमीग्रेशन नाम से जाली कंपनी चला रहे थे। वह सोशल मीडिया व अखबारों में विज्ञापन देकर विदेश भेजने के नाम पर जाली वीजा के स्टीकर तैयार करके लोगों को झांसे में लेते थे और उनसे मोटी रकम वसूलते थे। इस मामले में साहिल घई को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जबकि नितिन घई फरार है। फेज-1 थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर 22 जून को अरपिंदर सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। आरोपी अरपिंदर ने मोहाली फेज-5 की मार्केट में इमी कौशल कंसलटेंट का बोर्ड लगाकर इमीग्रेशन दफ्तर खोला हुआ था। वह सोशल मीडिया पर अपनी एडवरटाइजमेंट करके लोगों को विदेश भेजने के नाम पर जाली वीजा देता था। उसकी गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में यह बात सामने आई है कि आरोपी ने पहले इमीग्रेशन नेटवर्क नाम से दफ्तर चलाता था और अब इमी कौशल कंसलटेंट नाम से नई कंपनी चला रहा था। इसी तरह 24 जून को मटौर थाना पुलिस ने चरनदीप सिंह के खिलाफ इमीग्रेशन एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था। आरोपी चरनदीप सिंह बिना लाइसेंस के स्टडी वीजा व टूरिस्ट वीजा के नाम पर लोगों से ठगी मार रहा था। उसने सेक्टर-70 में पाथ-वे नाम से नाम से इमीग्रेशन दफ्तर खोला हुआ था।
इसके अलावा 24 जून को फेज-1थाना पुलिस ने विदेश भेजने के नाम धोखाधड़ी करने के आरोप में कुलदीप बोहरा को गिरफ्तार किया था। आरोपी ने बी-टाउन ओवरसीज नाम से इमीग्रेशन कंपनी खोली हुई थी। सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर लोगों को अपने झांसे में लेता था। वह बिना लाइसेंस के कंपनी चला रहा था। आरोपी से 2 पासपोर्ट बरामद हुए हैं। आरोपी से और भी खुलासे होने की उम्मीद है। एसएसपी ने कहा कि दो और ट्रैवल एजेंट सामने आए हैं जिनके दफ्तर बंद पड़े हैं। उनका कामकाज शक के घेरे में है।