कजियाना में 30 साल से नहीं बना पर्यटन केंद्र
बैठक में ग्रामीणों ने ब्लॉक समिति चेयरपर्सन प्रोमिला शर्मा द्वारा पारित प्रस्ताव की प्रति भी सौंपी, जिसमें सरकार से अधिग्रहीत जमीन पर स्टेडियम बनाने की मांग की गई है। बंसल ने कहा कि पिछले लगभग 30 वर्षों से कालका विधानसभा क्षेत्र से हरियाणा प्रदेश की सरकारों ने भेदभाव किया है। यहां पर विकास कार्य न के बराबर हुए हैं। इसका उदाहरण 30 वर्ष पूर्व कजियाना गांव में पर्यटन केंद्र की आधारशिला रखने के बाद भी यहां पर्यटन केंद्र नहीं बन पाया। शिवालिक विकास मंच ने इस दौरान आई विभिन्न सरकारों को ज्ञापन भेजकर यहां पर पर्यटन केंद्र बनाने की मांग की थी।
बंसल ने बताया कि तत्कालीन विधायक एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्र मोहन के प्रयासों से हरियाणा सरकार ने 1995 में कजियाना में पर्यटन केन्द्र के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण अधिकारी के माध्यम से 46 बीघा 5 बिस्वा भूमि अधिग्रहित कर किसानों को कुल 23 लाख 28 हजार 585 रुपए की मुआवजा राशि वितरित की थी। 28 फऱवरी 1996 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भजनलाल ने इस पर्यटन केंद्र की आधारशीला रखी थी, लेकिन 30 वर्ष के बाद भी यह केंद्र नहीं बना। बंसल ने कहा कि यदि कजियाना में खेल स्टेडियम बनाया जाए तो यहां पर न केवल रायतन क्षेत्र के ग्रामीण को बल्कि साथ लगते पिंजौर और मोरनी क्षेत्र वासियों को भी इस खेल स्टेडियम का पूरा लाभ मिल सकेगा।
इस अवसर पर बैठक में श्रीचंद नंबंरदार, बाल किशन, दीपांशु बंसल, गुरपयारा डोड, तेजभान गांधी, अजय बब्बल, तिलक राज शर्मा, नरदेव राणा, प्रीतम राणा, जतिंदर शर्मा, धर्म पाल, कमल शर्मा, यशपाल, अमन, मुकेश, कमल सहित हिमशिखा, पिंजोर, कजियाना, जनोली, चोपहर, चिक्क्न, डखरोग, नोल्टा, भवाना, धामसू, मल्ला भोरिया मौजूद रहे।