Divine Grace कलश यात्रा में उमड़ा श्रद्धा का सागर
न्यू चंडीगढ़ में देवी भागवत कथा से पहले भक्ति और उल्लास का संगम
Divine Grace देवी भागवत कथा के शुभारंभ से पूर्व इको सिटी ग्राउंड संख्या 5, न्यू चंडीगढ़ से गुरुवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। यह यात्रा बी ब्लॉक पार्क संख्या 3-4 से होते हुए कथा स्थल प्लॉट नंबर 5 तक पहुंची। सिर पर कलश लिए महिलाएं भक्ति संगीत और बैंड-बाजों की मधुर धुन पर नाचती-गाती आगे बढ़ीं। श्रद्धा, संगीत और उत्साह से भरा यह दृश्य पूरे क्षेत्र को भक्तिमय बना गया।
कलश यात्रा में अभिनंदन शर्मा, राजेश भंडारी, डॉ. दीपक जुगरान, राजेश सिंगला, रितेश गोयल और रमाकांत जुगरान सहित अनेक श्रद्धालु बारी-बारी से सिर पर पोथी रखकर चल रहे थे। कथा स्थल पहुंचने पर विद्वान ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कलशों की विधिवत स्थापना की।
प्रसिद्ध कथावाचक शिव प्रसाद ममगाईं ने अपने आशीर्वचन में कहा कि ‘सनातन धर्म एक विस्तृत बगीचे के समान है, जो सबको अपनी सुगंध से महकाता है। पुरुष इस बगीचे को संवारते हैं, जबकि नारी उस पुष्प की तरह है जो घर-परिवार और समाज को खिलाती और फलाती है।’ उन्होंने कहा कि नारी शक्ति ही सृष्टि की पूर्णता का प्रतीक है। ब्रह्मा जी ने ‘सतरूपा’ की रचना के बाद सृष्टि को पूर्ण माना, क्योंकि उसी के माध्यम से जीवन का विस्तार संभव हुआ।
ममगाईं जी ने कहा कि देवी भागवत में व्यास जी ने नारी शक्ति का विस्तृत वर्णन किया है। भगवान शंकर की प्रार्थना पर उन्हें तीसरा नेत्र और ब्राह्मणी, रमा तथा उमा के रूप में शक्तियां प्रदान की गईं, जिनसे सृष्टि में संतुलन और सृजनशीलता का प्रसार हुआ।
इस पावन अवसर पर डॉ. दीपक जुगरान, राजेश भंडारी, रितेश गोयल, अभिनंदन शर्मा, रमाकांत जुगरान, जितेंद्र भंडारी, राजेश सिंगला, सीखा शर्मा, अंकिता जुगरान, सरिता डंगवाल, हिमानी शर्मा, राधा भंडारी, सोनिया भंडारी, अनु सिंगला, रश्मि गोयल, जसवंत ठाकुर, एडवोकेट कुलदीप सैनी (सुप्रीम कोर्ट), जगदीप पठानिया, संतोष आचार्य, मंत्री प्रसाद थपलियाल, आचार्य संदीप बहुगुणा, आचार्य लक्ष्मी ममगाईं, आचार्य हिमांशु मैठाणी, आचार्य शुभम भट्ट, आचार्य अजय मिश्र और सुनील नौटियाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

