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मोहाली में बिना अनुमति चलाया जा रहा गौ-अस्पताल

आरटीआई के तहत खुलासा
प्रतीकात्मक चित्र
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मोहाली के फेज़-1 में गौ ग्रास सेवा समिति द्वारा संचालित गौ-अस्पताल पर अब गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। हाल ही में यहां सेवा करने आई खरड़ की महिला अमनदीप कौर की मौत हो गई थी। वह गायों को चारा डाल रही थी कि अचानक उसकी चुन्नी चारा काटने वाली मशीन में फंस गई और मौके पर ही उसकी जान चली गई। इस दर्दनाक घटना ने प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को बेनकाब कर दिया है।

मोहाली के एडवोकेट जसबीर सिंह ने जानकारी दी कि उन्होंने सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) से पूछा था कि इस गौ-अस्पताल को यहां संचालित करने की इजाजत किसने दी है। गमाडा से प्राप्त आधिकारिक जवाब में स्पष्ट कहा गया है कि दफ्तर के रिकार्ड के अनुसार गौ ग्रास समिति, गौ-अस्पताल फेज़-1 को कोई अनुमति जारी नहीं की गई है।

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शेड पर कब्जा, बन गया गौ-अस्पताल

एडवोकेट जसबीर सिंह ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार फेज़-1 में पुराने डीसी दफ़्तर के सामने श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित शताब्दी समारोहों के दौरान लगाया गया एक बड़ा शेड बाद में यहां फिक्स किया गया था। शुरुआत में इस शेड में स्टाम्प पेपर विक्रेताओं और तहसील से जुड़े वकीलों को जगह दी गई थी। जिला प्रशासनिक कॉम्प्लेक्स को सेक्टर-76 शिफ्ट किए जाने के बाद ये शेड खाली हो गए। तभी गौ ग्रास समिति ने यहां अपना गौ-अस्पताल खोल लिया और यह प्रचार किया गया कि गमाडा ने उन्हें इसकी अनुमति दी है। जसबीर सिंह का आरोप है कि समिति ने यहां का सीधा कनेक्शन फेज़-1 के सीवर से जोड़ा हुआ है। इससे बार-बार सीवर जाम हो जाता है और स्थानीय लोग भारी परेशानी झेल रहे हैं। एडवोकेट जसबीर ने बताया कि गमाडा पहले भी दो बार इसे खाली करवाने की कोशिश कर चुका है।

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