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चंडीगढ़ में 63 प्रतिशत रोगी कैंसर से पीड़ित

रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, पुरुषों में फेफड़ों और महिलाओं में स्तन कैंसर सर्वाधिक
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चंडीगढ़ में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) का बढ़ता खतरा एक गंभीर संकेत के रूप में सामने आया है। नयी रिपोर्ट के अनुसार, शहर में दर्ज कुल रोगियों में 63 प्रतिशत कैंसर से पीड़ित हैं। इनमें पुरुषों में फेफड़ों का कैंसर, जबकि महिलाओं में स्तन कैंसर सबसे आम पाया गया है। यह खुलासा चंडीगढ़ नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज (एनसीडी) रजिस्ट्री की दूसरी रिपोर्ट (2018–2021) में हुआ है, जिसे शनिवार को विश्व एनसीडी फेडरेशन पीजीआई और चंडीगढ़ प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रूप से जारी किया।रिपोर्ट में बताया गया है कि जुलाई 2018 से दिसंबर 2021 के बीच दर्ज कुल मामलों में कैंसर (62.9%) शीर्ष पर रहा। इसके बाद हृदयाघात (27.7%), स्ट्रोक (8.3%), यंग डायबिटीज (0.8%) और एप्लास्टिक एनीमिया (0.3%) दर्ज किए गए।

शहर में पुरुषों में कैंसर की आयु-संशोधित दर 97.33 प्रति लाख, जबकि महिलाओं में 98.74 प्रति लाख पाई गई। पुरुषों में फेफड़ों (14.7%), प्रोस्टेट (13.9%) और ब्लैडर (6.7%) कैंसर सर्वाधिक रहे। महिलाओं में स्तन (36.3%), अंडाशय (7.4%) और गर्भाशय ग्रीवा (6.6%) कैंसर प्रमुख रूप से दर्ज किए गए।

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कार्यक्रम में डॉ. मनीष बंसल (डीजीएचएस, हरियाणा), प्रो. जीपी थामी (निदेशक, जीएमसीएच-32) और डॉ. विपिन कौशल (मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, पीजीआई) ने रिपोर्ट का औपचारिक विमोचन किया। स्तन कैंसर जागरूकता माह के अवसर पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में अनन्या शर्मा, डॉ. धीनाधायलन और डॉ. विग्नेश को क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्रदान किए गए।

समारोह के समापन पर प्रो. राकेश कपूर (सचिव, विश्व एनसीडी फेडरेशन) ने कहा कि चंडीगढ़ का यह मॉडल साबित करता है कि डेटा-आधारित नीति, तकनीकी समन्वय और सामूहिक जन-जागरूकता मिलकर एनसीडी नियंत्रण की मजबूत नींव तैयार कर सकते हैं।

 

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