संगीतमय संध्या के साथ पीयू में 3 दिवसीय रोज़ फेस्टिवल संपन्न
चंडीगढ़, 9 फरवरी (ट्रिन्यू)
14वें पंजाब यूनिवर्सिटी रोज़ फेस्टिवल का आज धूमधाम से समापन हो गया। उत्सव के तीसरे और अंतिम दिन लाइव प्रतियोगिताएं और मंत्रमुग्ध कर देने वाली संगीतमय संध्या देखने को मिली। बहुप्रतीक्षित रोज़ प्रिंस और प्रिंसेस प्रतियोगिता मुख्य आकर्षण रही, जिसमें युवा प्रतिभागियों ने अपनी मासूमियत और उत्साह से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रोज़ प्रिंस प्रतियोगिता में (0-1 वर्ष) प्रथम -अर्जन, दूसरा- परबाज सिंह, (1-2 वर्ष) प्रथम वृषांक सिंह राणा, दूसरा - मिवान पाठक, तीसरा- युगव कपूर और सान्त्वना - स्वास्तिक शर्मा को मिला। इसी तरह से (2-3 वर्ष) में प्रथम -दिलशान सिंह, द्वितीय -गुरवारिस सिंह, तृतीय स्थान सात्विक को मिला जबकि सांत्वना - सहजदीप सिंह, इवान शर्मा को मिला। रोज प्रिंसेस प्रतियोगिता में (0-1 वर्ष) प्रथम - सुमैरा इवा, दूसरी - गुरनूर कौर, तीसरी- वामिका ठाकुर, और (1-2 वर्ष) प्रथम -अमायरा मल्होत्रा, द्वितीय - रेवा जैन, तीसरी - शांभवी महेंद्रू जबकि सांत्वना - सहज, अहाना ठाकुर को मिला। 2-3 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम -अनायशा यादव, दूसरा -ताशी रंधावा तीसरा स्थान- गुरजस कौर को जबकि सान्त्वना- भाविशा रावत, कुदरत कौर को मिला।
फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता भी लोगों की पसंदीदा रही, जिसमें बच्चों ने रचनात्मकता और आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया। इसके विजेताओं में (3-5 वर्ष) आयु वर्ग में प्रथम - अनयना खन्ना, दूसरा- धन्वी मित्तल, तीसरा - अविराज अत्री और सांत्वना -हरनिध कौर, काश्वी, वामा, हार्वी, इनाया रुद्र, सात्विक वर्मा, सौम्या वर्मा को मिला। इसी में 5-9 वर्ष आयु वर्ग में प्रथम -वेदांती घई, द्वितीय- दक्षित महाजन, काव्यांश तृतीय - स्नेहा, नैमिष सैनी, सीरत को सांत्वना मिला। जैसे ही शाम ढली, ओल्ड कन्वोकेशन ग्राउंड में पंजाबी गायक जीत जगजीत की शानदार प्रस्तुति के साथ महोत्सव अपने भव्य समापन पर पहुंच गया। उनकी ऊर्जावान और भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिससे तीन दिवसीय पुष्प उत्सव का एक उपयुक्त समापन हुआ। महोत्सव की सफलता पर पीयू प्रवक्ता ने कहा कि कार्यक्रम शानदार रहा। साथ ही सभी प्रतिभागियों, उपस्थित लोगों और आयोजक टीमों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे यह त्योहार प्रकृति, प्रतिभा और सांस्कृतिक जीवंतता का जश्न मनाते हुए समुदाय को एक साथ लाता है।