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2500 छात्र, तीन शिफ्टों में लग रही स्कूल की क्लासें

50 वर्ष पुराने छात्रों ने स्कूल की दुर्दशा पर जतायी चिंता
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राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल कालका में एलुमिनी बैठक में पहुंचे पुराने छात्र स्कूल प्रिंसिपल के साथ। -निस
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पिंजौर, 20 दिसंबर (निस)

राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल कालका में समस्याओं का अंबार है। 40 से 50 वर्ष पुराने छात्र स्कूल की हालत जानने पहुंचे। स्कूल में एलुमिनी बैठक का आयोजन किया गया जिसमें एडवोकेट विजय बंसल, एसके थामा एडवोकेट, हरजीत सिंह जग्गी, पार्षद महेश टिंकू, पार्षद विनोद सवर्णी, चरणप्रीत, रमन जिंदल, जितेंद्र, अजय बब्बल, खुशहाल चौधरी, अभिषेक, संजीव कुमार, स्कूल प्रिंसिपल राजकुमार आर्य, लेक्चरार प्रवेश, सुनील कुमार ने भाग लिया। सभी ने अपनी पुरानी यादें ताजा की। प्रिंसिपल राजकुमार आर्य ने कहा कि पुराने छात्रों को जोड़कर एलुमिनी एसोसिएशन का गठन कर स्कूल के विकास के लिए उनका सहयोग लेंगे। विजय बंसल ने बताया कि स्कूल में लगभग 2500 छात्र पढ़ते हैं। यहां उनके बैठने के लिए कमरों की भारी कमी है। मजबूरन छात्रों को 3 अलग-अलग शिफ्टों में बुलाना पड़ रहा है। अंतिम शिफ्ट वाले बच्चों के लिए देर शाम छुट्टी के समय अंधेरा हो जाता है। स्कूल में पीने के लिए सरकारी सप्लाई का पानी अपर्याप्त है, इसलिए अलग से पानी के टैंकर मंगवाने पड़ते हैं। स्कूल में सफाई कर्मी, चपरासी, क्लर्क, चौकीदार नहीं है। बंसल ने बताया स्कूल के पीछे काफी जगह खाली पड़ी है, वहां 15-20 कमरे बनाए जा सकते हैं। सरकार को यहां जल्द कमरों का निर्माण करना चाहिए। विजय बंसल ने कहा कि सरकार ने हमेशा विकास के मामले में कालका से भेदभाव किया है। राजनीति का शिकार हुए कालका क्षेत्र के किसी भी स्कूल को अपग्रेड कर मॉडल संस्कृति विद्यालय या पीएमश्री स्कूल नहीं बनाया गया।

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