पिंजौर-कालका-परवाणू बाईपास पर बनने वाला 200 बेड का सिविल अस्पताल अब एचएमटी पिंजौर में स्थापित करने का प्रस्ताव है। स्वास्थ्य विभाग ने यह योजना सरकार को भेज दी है और मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
शुरुआत में यह अस्पताल टिपरा में बनाने की योजना थी। इसके लिए 17 फरवरी को 18 करोड़ रुपए की लागत का अनुमान तैयार कर महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग को भेजा गया था। चूंकि टिपरा की जमीन नगर परिषद की थी और उसका मूल्य भी 18 करोड़ रुपए आंका गया था, इसलिए वहां अस्पताल स्थानांतरित करने पर सहमति बनी थी।
हालांकि, विधायक शक्ति रानी शर्मा ने 25 जून को स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव भेजकर अस्पताल एचएमटी पिंजौर में बनाने की सिफारिश की। उन्होंने बताया कि यहां उपयुक्त भूमि पहले ही चिन्हित कर ली गई है। विभाग ने 1 जुलाई को इस सिफारिश को सरकार को भेज दिया। यदि अस्पताल एचएमटी में बनता है तो पिंजौर, कालका, दून और रायतन के लोगों के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त लोगों को भी त्वरित आपात सेवाएं मिल सकेंगी।
टिपरा में होना चाहिए था निर्माण : विजय बंसल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय बंसल का कहना है कि अस्पताल टिपरा में ही बनाया जाना चाहिए क्योंकि नगर परिषद वहां 18 करोड़ रुपए मूल्य की जमीन देने को तैयार थी। स्वास्थ्य विभाग ने राशि जमा करने की सहमति भी दे दी थी। इतना ही नहीं, कालका सिविल अस्पताल की जगह टिपरा में अस्पताल भवन के लिए जमीन देने पर भी सहमति बनी थी, लेकिन अब इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।