मोहाली की फैक्टरी में विस्फोट से 2 लोगों की मौत, चार घायल
इंडस्ट्रियल एरिया फेज-9 की एक फैक्टरी में बुधवार सुबह ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से बड़ा धमाका हुआ। हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई जबकि चार मजूदर गंभीर घायल हो गए। धमाका इतना तेज था कि फैक्टरी की छत का आधा हिस्सा टूट गया और आसपास के घरों की दीवारें तक हिल गईं। हादसा ऑक्सीजन सिलेंडर भरते समय सुरक्षा मानकों की कथित अनदेखी के चलते हुआ बताया जाता है। ब्लास्ट के बाद सिलेंडर के टुकड़े 500 मीटर दूर तक बिखरे मिले। मृतकों की पहचान यूपी के 27 वर्षीय दविंदर और 25 वर्षीय मोहम्मद आसिफ के रूप में हुई है। मोहाली प्रशासन ने थाना फेज 11 में हाईटैक फैक्टरी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक धमाका इतना जोरदार था कि दविंदर के शरीर के कई टुकड़े हो गए। उसका सिर, गर्दन और टांगें अलग-अलग जगह पर जा गिरीं। वहीं धमाके के बाद मोहम्मद आसिफ की छाती फट गई, दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, घायलों को फेज-6 स्थित सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी की हालत फिलहाल स्थिर बतायी जा रही है।
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन व पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस, डिप्टी मेयर कुलजीत बेदी, एसडीएम दमनप्रीत कौर ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। पांच घंटे तक पुलिस व प्रशासन की टीमें मौके पर जुटी रहीं।
इंडस्ट्रियल एरिया फेज-9 के प्लॉट नंबर-315-16 में हाईटेक नाम से ऑक्सीजन प्लांट है। यहां से ट्राईसिटी सहित पूरे पंजाब के सरकारी व निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडरों की सप्लाई होती है। सुबह सिलेंडर भरते समय अचानक ब्लास्ट हो गया। घटना में दविंदर तथा मोहम्मद आसिफ की मौत हो गई जबकि छत के मलबे के नीचे अन्य चार मजूदर दब गए। ब्लास्ट के बाद चारों तरफ अफरा तफरी मच गई। डॉक्टरों की टीम, पुलिस और जिला प्रशासन के कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे। मौके पर पुलिस को भीड़ को संभलाना मुश्किल हो गया। बेकाबू भीड़ पुलिस के साथ धक्का मुक्की करने लगी। पुलिस ने पीड़ित परिवारों को शांत करवाया और राहत कार्य के बाद घायल मजदूरों को फेज-6 सिविल अस्पताल पहुंचाया। बाद में एम्स मोहाली की डायरेक्टर डॉ. भवनीत भारती अस्पताल पहुंचीं और घायलों का हालचाल जाना। मृतकों के परिजनों का कहना है कि ड्यूटी सुबह 6 बजे तक होती है। जिन लोगों की हादसे में मौत हुई और जो घायल हुए हैं, वे ओवरटाइम लगा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी राजा ने बताया कि ब्लास्ट के बाद एंबुलेंस देरी से पहुंची, वह अपनी गाड़ी में घायलों को अस्पताल ले गए। वहीं, मृतक दविंदर के जानकार ने बतया कि नाइट ड्यूटी के बाद उसने फैक्टरी में ही स्नान किया। वह घर जाने की तैयारी कर रहा था तभी ब्लास्ट हो गया।