पिंजौर, 11 जुलाई (निस)
गत 3 दिनों की बारिश से पिंजौर क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ विशेषकर कौशल्या डैम का पानी छोड़ने के बाद हालात बिगड़े डैम के साथ लगती रामपुर सियुड़ी लेबर कालोनी में पानी के तेज बहाव में लगभग 12 मकान टूट गए। अन्य लोगों से मकान खाली करवाए गए लगभग 2 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान एचएमटी की निर्माणाधीन एप्पल मंडी में ठहराया गया है। डैम के पानी से चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे पर अमरावती कालोनी के सामने फ्लाई ओवर पर भी दरारें देखी गई। प्रशासन ने तुंरत फ्लाई ओवर को यातायात के लिए बंद कर दिया अब सिंगल लेन पर ही ट्रैफिक चलाया जा रहा है। गत रात्रि अमरावती कालोनी को जाने वाला पुल भी टूट गया। पिंजौर-कालका बाईपास के किनारे पर भारी भूस्खलन के कारण विश्वकर्मा कालोनी के एकदम किनारे पर बने हुए मकानों और एक मंदिर के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। एसडीएम कालका रुचि सिंह बेदी ने नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी को उक्त मकानों को खाली करवाने के निद्रेश दिए हैं।
प्रदीप चौधरी, लतिका शर्मा, भाग सिंह दमदमा, संत शर्मा ने दिया सहयोग पूर्व विधायक लतिका शर्मा ने प्रभावित इलाकों में लोगों से मिलकर उन्हें एचएमटी की सेब मंडी में ठहरने के लिए स्थान दिलवाया। लतिका ने बताया आपदा लोगों को खाना, मेडिकल सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उधर कालका विधायक प्रदीप चौधरी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दोबारा दौरा किया। प्रदीप चौधरी गत दिवस मलबे में दबकर मरे तीन बच्चों के के परिवार को सांत्वना देने पहुंचे और आर्थिक मदद भी की। उन्होंने उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी से बातचीत कर मलबा हटाने के लिए पोकलेन की व्यवस्था की बात कही। उनके साथ रमेश भट्टी, नरेश मान, एमसी अश्वनी चूना, एमसी प्रतिनिधि योगेंद्र ठाकुर, मोनू चौधरी सहित अन्य लोग मौजूद थे।