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116 दुकानें, अनधिकृत निर्माण के खिलाफ फैसला... Bulldozer Action से इतिहास बनी चंडीगढ़ फर्नीचर मार्केट

Chandigarh Furniture Market: सबसे बड़ी सेक्टर-53/54 स्थित फर्नीचर मार्केट में रविवार सुबह चला प्रशासन का डंडा
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फर्नीचर मार्केट में जमा लोग। ट्रिब्यून
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Chandigarh Furniture Market: चंडीगढ़ में एक थी फर्नीचर मार्केट... जी हां... मिनटों में ही शहर की वर्षों पुरानी फर्नीचर मार्केट का असित्व खत्म हो गया है। सबसे बड़ी सेक्टर-53/54 स्थित फर्नीचर मार्केट में रविवार सुबह प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कुल 116 दुकानों को ध्वस्त कर दिया।

कार्रवाई के दौरान मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था, ताकि किसी भी प्रकार की अशांति को रोका जा सके। प्रशासन की पूर्व मुनादी के चलते अधिकांश दुकानदारों ने शुक्रवार और शनिवार को ही अपना सामान हटा लिया था, जिसके कारण मौके पर कोई विरोध प्रदर्शन देखने को नहीं मिला।

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प्रशासन ने कार्रवाई से पहले सड़क के दोनों ओर का ट्रैफिक पूरी तरह से डायवर्ट कर दिया था और इलाके को सील कर दिया गया था।

वैकल्पिक स्थान की मांग ठुकराई गई

फर्नीचर विक्रेताओं ने प्रशासन से वैकल्पिक जगह की मांग की थी, ताकि वे अपने कारोबार को जारी रख सकें। हालांकि, एस्टेट ऑफिसर द्वारा यह मांग खारिज कर दी गई। प्रशासन का कहना है कि जिस जमीन पर यह मार्केट चल रही थी, वह वर्ष 2002 में अधिगृहीत कर ली गई थी, और मूल ज़मीन मालिकों को मुआवजा पहले ही दिया जा चुका है।

दुकानदारों में मायूसी, भविष्य को लेकर चिंता

कार्रवाई के बाद दुकानदार बेहद मायूस नजर आए। कई व्यापारियों ने कहा कि उन्होंने इस मार्केट से वर्षों तक मेहनत करके अपने परिवार का पेट पाला है, अब वे भविष्य को लेकर असमंजस में हैं। एक दुकानदार ने भावुक होते हुए कहा,  "हमने पूरी उम्र यहां दुकानदारी की। अब अचानक सब कुछ छिन गया है, हम कहां जाएंगे?"

प्रशासन सख्त, व्यापारी असहाय

प्रशासन इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाए हुए है और साफ कर चुका है कि अवैध कब्जों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, व्यापारी समुदाय यह मांग कर रहा है कि उन्हें किसी नए स्थान पर पुनर्वासित किया जाए, ताकि वे अपना व्यवसाय दोबारा शुरू कर सकें।

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