पीजीआई में 100 अहम पद खाली, आरटीआई से हुआ बड़ा खुलासा
कामचलाऊ व्यवस्था से शिक्षा, शोध और प्रशासन पर गहराया संकट
देश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थानों में शुमार पीजीआई चंडीगढ़ में करीब 100 ग्रुप-ए गैर-शिक्षक पद लंबे समय से खाली पड़े हैं। यह चौंकाने वाला खुलासा पीजीआई एम्प्लाई यूनियन (एनएफ) के अध्यक्ष अश्वनी मुंजाल द्वारा दायर आरटीआई के जवाब में सामने आया है।
इनमें वे पद शामिल हैं जिन पर बैठे अधिकारी ग्रुप-बी व अन्य कर्मचारियों की निगरानी करते हैं। नर्सिंग छात्रों को पढ़ाने के लिए प्रिंसिपल और लेक्चरर, मेडिकल टेक्नोलॉजी व एक्स-रे विभाग में अध्यापन से जुड़े लेक्चरर जैसे कई अहम शैक्षणिक पद भी रिक्त हैं। इससे शिक्षा और प्रशिक्षण की गुणवत्ता पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
आरटीआई में यह भी पता चला है कि इन रिक्तियों की भरपाई फिलहाल कामचलाऊ (एक्टिंग/ऑफिशिएटिंग) व्यवस्था से की जा रही है। इस पर चिंता जताते हुए यूनियन अध्यक्ष अश्वनी मुंजाल ने कहा कि शीर्ष पदों का लंबे समय तक खाली रहना संस्थान की कार्यप्रणाली के लिए बेहद हानिकारक है। इससे मरीजों की सेवा और शैक्षिक मानक प्रभावित हो रहे हैं, साथ ही संस्थान में अव्यवस्था और चाटुकारिता भी बढ़ रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि पीजीआई जैसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान में समयबद्ध और नियमित नियुक्तियां होना बेहद जरूरी है, अन्यथा आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा की गुणवत्ता और प्रशासनिक ढांचे पर गहरा संकट खड़ा हो सकता है।