तीन साल में 1.22 करोड़ किसानों को मिला कौशल प्रशिक्षण : केंद्र
केंद्र सरकार ने पिछले तीन वर्षों में देशभर के 1.22 करोड़ किसानों को विभिन्न कौशल विकास योजनाओं के तहत प्रशिक्षण प्रदान किया है।
यह जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री रामनाथ ठाकुर ने संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू के प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
मंत्री ने बताया कि यह प्रशिक्षण आधुनिक कृषि तकनीकों, प्रसंस्करण और कृषि निर्यात संवर्धन से संबंधित क्षेत्रों में किसानों की क्षमता बढ़ाने के लिए दिया गया। इसके तहत कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण योजना (एटीएमए) के अंतर्गत 1.15 करोड़ से अधिक, कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से 5.96 लाख और ग्रामीण युवाओं के लिए लघुकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम (एसटीआरवाई) के तहत 45,565 किसानों को प्रशिक्षित किया गया है।
सांसद संधू ने संसद में किसानों के कौशल विकास से संबंधित योजनाओं की जानकारी मांगी थी, जिसके जवाब में मंत्री ने बताया कि पंजाब में अकेले कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) कार्यक्रम के अंतर्गत 99,162 किसानों और एसटीआरवाई योजना के अंतर्गत 2,547 किसानों को प्रशिक्षण दिया गया है। पंजाब में सर्वाधिक प्रशिक्षण पाने वाले जिलों में पठानकोट (8,455), बठिंडा (6,485) और तरनतारन (6,181) शामिल हैं। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना और पंजाब एग्री-बिजनेस इनक्यूबेटर (पीएबीआई) ने स्टार्टअप्स के साथ मिलकर किसानों को स्मार्ट सिंचाई, फसल अवशेष प्रबंधन, और मूल्य संवर्धन जैसे क्षेत्रों में संरचित प्रशिक्षण प्रदान किया है।
राज्यमंत्री ने कहा कि ये योजनाएं स्थानीय नवाचार, समस्या समाधान, और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप्स के एकीकरण को बढ़ावा देती हैं। एसटीआरवाई कार्यक्रम को राष्ट्रीय कृषि विस्तार उप मिशन के तहत लागू किया गया है, जिसमें मधुमक्खी पालन, खाद्य प्रसंस्करण, वर्मी कम्पोस्टिंग, स्वच्छ दुग्ध उत्पादन, फसल कटाई के बाद प्रबंधन जैसे 55 क्षेत्रों में प्रशिक्षण शामिल है।
एटीएमए योजना के तहत राज्यों को अनुदान सहायता देकर किसानों के लिए प्रशिक्षण, प्रदर्शन, प्रेरणा यात्राएं, किसान मेले और फार्म स्कूल जैसी गतिविधियां चलाई जाती हैं। वहीं, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के अंतर्गत देशभर में फैले कृषि विज्ञान केंद्र किसानों, महिला किसानों और ग्रामीण युवाओं को कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी और कृषि इंजीनियरिंग आदि विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं।