मुंबई/नयी दिल्ली, 26 फरवरी (एजेंसी)
वैश्विक बाजारों में गिरावट के बीच बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को करीब 1,940 अंक लुढ़क गया। यह 10 महीने की सबसे बड़ी गिरावट है। एनएसई निफ्टी भी 568 अंक से अधिक का गोता लगाकर 15,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे आ गया।
वैश्विक स्तर पर बांड बाजार में तेजी के बीच चौतरफा बिकवाली से यह गिरावट आयी। इसके अलावा निवेशक तीसरी तिमाही के जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के आंकड़े आने से पहले सतर्क दिखे। साथ ही उनकी अमेरिका और सीरिया के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव पर भी नजर है।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1939.32 अंक यानी 3.80 प्रतिशत लुढ़क कर 49,099.99 अंक पर बंद हुआ। पिछले साल 4 मई के बाद एक दिन में यह सबसे बड़ी गिरावट है। इसी प्रकार, एनएसई निफ्टी 568.20 अंक यानी 3.76 प्रतिशत का गोता लगाकर 14,529.15 अंक पर बंद हुआ। पिछले साल 23 मई के बाद किसी एक दिन में एनएसई में यह सबसे बड़ी गिरावट है। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 1.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65.34 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
निवेशकों के 5.3 लाख करोड़ डूबे
सेंसेक्स में गिरावट के साथ निवेशकों को 5.3 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी। बाजार बंद होने पर बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5,37,375.94 करोड़ रुपये घटकर 2,00,81,095.73 करोड़ रुपये रह गया। इन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 25 फरवरी को 2,06,18,471.67 करोड़ रुपये था। पिछले साल चार मई के बाद एक दिन में यह सबसे बड़ी गिरावट है। इसी प्रकार, एनएसई निफ्टी में पिछले साल 23 मई के बाद किसी एक दिन में एनएसई में यह सबसे बड़ी गिरावट रही।