ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
नयी दिल्ली, 22 अप्रैल
वाशिंगटन में जी20 वित्त मंत्रियों की बैठक के दौरान रूस के विदेश मंत्री एंटोन सिलुआनोव के भाषण का बहिष्कार किया गया, लेकिन केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विकासशील देशों के उनके कई समकक्षों ने वाकआउट नहीं किया।
वाकआउट की शुरुआत अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने की। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत के अलावा इंडोनेशिया, चीन, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और सऊदी अरब समेत कम से कम आधे देशों के वित्त मंत्री बहिष्कार में शामिल नहीं हुए। बैठक की अध्यक्षता कर रहीं इंडोनेशिया की श्री मुल्यानी इंद्रावती, येलेन के वाकआउट और पश्चिमी वित्त मंत्रियों द्वारा उनके साथ एकजुटता के भावों से अप्रभावित रहीं। कनाडा के वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें 10 मंत्री इस घोषणा के साथ बाहर जाते हुए दिख रहे हैं कि ‘रूसी आक्रमण और युद्ध अपराधों के सामने दुनिया के लोकतंत्र चुपचाप नहीं रहेंगे, यूक्रेन पर रूस का अवैध आक्रमण वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए गंभीर खतरा है। रूस को इन बैठकों में शामिल नहीं होने देना चाहिये।’
एक अन्य पोस्ट में, यूके के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने कहा, ‘इससे पहले, मेरे प्रतिनिधि, यूएस और कनाडाई समकक्षों के साथ, वाशिंगटन में आज की जी20 बैठक से चले गए। हम यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध की निंदा में एकजुट हैं और रूस को दंडित करने के लिए मजबूत अंतर्राष्ट्रीय समन्वय पर जोर देंगे।’