नयी दिल्ली, 27 जुलाई (एजेंसी)
विमानन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खामी की कई घटनाओं के मद्देनजर एयरलाइन को 8 हफ्तों तक गर्मियों के लिए स्वीकृत उड़ानों में से अधिकतम 50 फीसदी के संचालन का बुधवार को आदेश दिया। डीजीसीए के मुताबिक, इन हफ्तों के दौरान बजट एयरलाइन पर नियामक कड़ी निगरानी रखेगा। बहरहाल, एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि उसे डीजीसीए का आदेश मिल गया है और वह इसका पालन करेगा। उसने कहा कि नियामक के आदेश की वजह से उसकी किसी भी उड़ान को रद्द नहीं किया जाएगा, क्योंकि एयरलाइन मौजूदा ‘लीन ट्रैवल सीज़न’ (यात्रियों की संख्या कम होने) की वजह से सीमित संख्या में अपनी सेवा का संचालन कर रही है। डीजीसीए ने 11 मार्च को इस साल गर्मियों के लिए स्पाइसजेट की 4,192 साप्ताहिक घरेलू उड़ानों को मंजूरी दी थी। यह 29 अक्तूबर तक के लिए है। नियामक के बुधवार के आदेश के तहत एयरलाइन अगले 8 हफ्तों के लिए 2096 उड़ानों से ज्यादा का संचालन नहीं कर सकती। 19 जून से लेकर 5 जुलाई के बीच स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खराबी आने की कम से कम 8 घटनाएं हुईं। इसके बाद, 6 जुलाई को डीजीसीए ने एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया। नियामक ने अपने आदेश में कहा कि विभिन्न स्थलों की जांच, निरीक्षण और स्पाइसजेट की ओर से जमा कराए गए कारण बताओ नोटिस के जवाब के मद्देनजर, सुरक्षित और विश्वसनीय परिवहन सेवा के निरंतर निर्वाह के लिए, स्पाइसजेट की गर्मियों के लिए स्वीकृत उड़ानों की संख्या 8 हफ्तों तक 50 फीसदी पर सीमित की जाती है। डीजीसीए ने कहा कि अगर एयरलाइन इन हफ्तों के दौरान 50 फीसदी से ज्यादा उड़ानों का संचालन करना चाहती है तो उसे यह दिखाना होगा कि उसके पास बढ़ी हुई क्षमता से उड़ानों का सुरक्षित रूप से संचालन करने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं।
लुफ्थांसा की 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द
बर्लिन (एजेंसी) : जर्मन एयरलाइन लुफ्थांसा के लॉजिस्टिक एवं टिकटिंग कर्मचारियों के एक दिन की हड़ताल पर चले जाने से बुधवार को एयरलाइन की 1,000 से अधिक उड़ानों को रद्द करना पड़ा। जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लुफ्थांसा की उड़ानों के इतने बड़े पैमाने पर रद्द होने से करीब 1.34 लाख यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी है। इसके पहले मंगलवार को भी एयरलाइन की 47 उड़ानें रद्द की गई थीं। जर्मनी की इस अग्रणी एयरलाइन के फ्रैंकफर्ट एवं म्यूनिख में स्थित प्रमुख केंद्रों के अलावा डसेलडॉर्फ, हैम्बर्ग, बर्लिन, ब्रेमन, हनोवर, स्टटगार्ट और कोलोन से संचालित होने वाली उड़ानों को भी रद्द कर दिया गया।