मुंबई, 28 जुलाई (एजेंसी) सकारात्मक वैश्विक संकेतों से उत्साहित घरेलू शेयर बाजार में दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी बढ़त के साथ खुले और शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 542 अंक से अधिक चढ़ गया। तीस कंपनियों की भागीदारी वाला सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 542.18 अंक की बढ़त के साथ शुरुआती कारोबार में 56,358.50 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह एनएसई का मानक सूचकांक निफ्टी भी 147.45 अंकों की बढ़त के साथ 16,789.25 अंक पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, इंफोसिस, विप्रो, टेक महिंद्रा और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर चढ़ गए। वहीं डॉ. रेड्डीज, सन फार्मा, भारती एयरटेल और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर नुकसान में कारोबार कर रहे थे। एशिया के अन्य बाजारों में सियोल, शंघाई और टोक्यो के सूचकांक बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे हालांकि हांगकांग के बाजार नुकसान में रहे। एक दिन पहले, बुधवार को अमेरिकी बाजार भी बढ़त के साथ बंद हुए थे। पिछले सत्र में, बुधवार को बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 547.83 अंक यानी 0.99 प्रतिशत की छलांग लगाते हुए 55,816.32 अंक पर पहुंच गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 157.95 अंक यानी 0.96 प्रतिशत की बढ़त के साथ 16,641.80 अंक पर बंद हुआ था। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.20 प्रतिशत चढ़कर 107.90 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने बुधवार को 436.81 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।