मुंबई, 16 जून (एजेंसी)
घरेलू शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट रही और दोनों मानक सूचकांक, बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी, एक साल के निचले स्तर पर बंद हुए। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये ब्याज दर में 0.75 प्रतिशत की वृद्धि के बाद कमजोर वैश्विक रुख के बीच घरेलू बाजार नीचे आया।
बाजार में बिकवाली चौतरफा रही। गिरावट में ज्यादातर योगदान सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी लि. और एचडीएफसी बैंक के शेयरों का रहा। सुबह के कारोबार में अच्छी शुरुआत के बावजूद बीएसई मानक सूचकांक लाभ को कायम रखने में विफल रहा और 1,045.60 अंक की गिरावट के साथ 51,495.79 अंक पर बंद हुआ। यह सेंसेक्स का 12 महीने से अधिक का निचला स्तर है। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 331.55 अंक की गिरावट के साथ 15,360.60 अंक पर बंद हुआ। बाजार में गिरावट से निवेशकों को 5.54 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,39,20,631.65 करोड़ रुपये पर आ गया।
नेस्ले इंडिया को छोड़कर सेंसेक्स के सभी शेयर नुकसान में रहे। टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, भारती एयरटेल, विप्रो, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक, एनटीपीसी और बजाज फिनसर्व 6.04 प्रतिशत तक लुढ़क गये।