मुंबई, 13 जून (एजेंसी)
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया लगभग 20 पैसे की बड़ी गिरावट के साथ 78.13 (अस्थायी) प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर तक लुढ़क गया। घरेलू शेयर बाजार के कमजोर होने तथा विदेशों में डॉलर के मजबूत होने से निवेशकों की कारोबारी धारणा प्रभावित हुई, जो गिरावट का मुख्य कारण था। बाजार सूत्रों ने कहा कि एशियाई मुद्राओं के कमजोर होने तथा विदेशी पूंजी की बाजार से सतत निकासी से भी रुपया प्रभावित हुआ।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 78.20 पर खुला। दिन के कारोबार में यह 78.02 के उच्च स्तर और नीचे में 78.29 तक गया। कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव 77.93 रुपये के मुकाबले 20 पैसे की गिरावट के साथ 78.13 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो अब तक का रिकॉर्ड सबसे निचला स्तर है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, ‘अन्य मुद्राओं में गिरावट के साथ भारतीय रुपया अपने सार्वकालिक निचले स्तर पर आ गया। शुक्रवार अमेरिका में मुद्रास्फीति रिकार्ड चार दशक के उच्च स्तर पर पहुंचने के साथ बुधवार को फेडरल रिजर्व द्वारा आक्रामक तरीके से ब्याज दर वृद्धि की अटकल है। इसके साथ अमेरिकी ट्रेजरी आय के बढ़ने से डॉलर और मजबूत हुआ।’ परमार ने आगे कहा कि शुक्रवार के अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों के आने के बाद, मुद्रा बाजार उम्मीद कर रहा है कि फेडरल रिजर्व आक्रमक तरीके से नीतिगत दर बढ़ाएगा।
सेंसेक्स ने लगाया 1,457 अंक का गोता
घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को बड़ी गिरावट आयी और बीएसई सेंसेक्स 1,457 अंक का गोता लगाकर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी लुढ़क कर 15,774 के स्तर पर आ गया। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने से बाजार में गिरावट आयी। बीएसई सेंसेक्स 1,456.74 अंक की गिरावट के साथ 52,846.70 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,776.36 अंक तक नीचे चला गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 427.40 अंक की गिरावट के साथ 15,774.40 अंक पर बंद हुआ।