वीएन दास/निस
अयोध्या, 24 अप्रैल
अयोध्या के राम मंदिर परिसर के 70 एकड़ क्षेत्र मे एक बड़े पैमाने का म्यूजियम का निर्माण किया जाएगा जिसमें प्रभु राम से संबंधित साहित्य पुरावशेष व प्रचीन ऐतिहासिक चिन्हों आदि को संग्रह किया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट की बैठक में म्यूजियम के विस्तार व इसके निर्माण के लिए एक उपसमिति बनाई गई है।
जो देश-विदेश के इतिहासकारों पुरातत्व विशेषज्ञों व मानस मर्मज्ञों से संपर्क कर उनका सहयोग हासिल करेगी। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपल ने बताया कि राम मंदिर म्यूजियम पर बड़े पैमाने पर कार्य शुरू करने के लिए मंदिर ट्रस्ट के सदस्य स्वामी विश्व प्रपन्नाचार्य अयोध्या के राजघराने के विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र डाॅ. अनिल मिश्र, स्वामी गोविंद गिरि व महासचिव चंपत राय खासतौर पर प्रभावी तरीके से पहल शुरू करेंगे। चौपाल के मुताबिक जिस तरह से पीएम मोदी के राम मंदिर के भूमि पूजन के समय देश के कोने-कोने से सैकड़ों स्थलों से नदी के जल, पवित्र रज आदि को मंदिर के अनुष्ठान में शामिल करने के लिए लाया गया था, उसी प्रकार प्रभु राम से जुड़े धार्मिक व पुरातात्विक महत्व के वस्तुओं व साहित्य का संग्रह देश विदेश से किया जाएगा।
कामेश्वर चौपाल ने बताया कि ट्रस्ट की बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा की गई है। जिसमें राम लला को भव्य राम मंदिर में दिसंबर 2023 में स्थापित करने की तैयारी भी शामिल है। उन्होंने बताया कि भगवान राम लला की प्राणप्रतिष्ठा के वृहद कार्यक्रम को लेकर संत महंतो से भी वैदिक विधि विधान को लेकर सलाह ली जाएगी।
मंदिर के गर्भगृह मे प्राण प्रतिष्ठा के 15 दिन पहले से ही देवताओं के आह्वान, अनुष्ठान, यज्ञ, भजन कीर्तन व अन्य धार्मिक कार्यक्रमों की शुरुआत होगी। उन्होंने बताया फिलहाल राम मंदिर म्यूजियम के लिए गर्भगृह स्थल की एएसआई की खुदाई व नींव की खुदाई से मिली बड़ी संख्या दुर्लभ पुरावशेष रखे हैं।