नयी दिल्ली/चंडीगढ़, 22 मई (एजेंसी/ट्रिन्यू)
पेट्रोल और डीजल के उत्पाद शुल्क में केंद्र की कटौती के बाद कई राज्यों पर वैट कम करने का दबाव बढ़ गया है। इस मुद्दे पर सियासत भी खूब उफान मार रही है। एक तरफ महाराष्ट्र, केरल और राजस्थान ने वैट में कटौती की घोषणा की है, वहीं तमिलनाडु जैसे राज्य का कहना है कि केंद्र को किसी भ्रम में नहीं रहना चाहिए। यह कटौती मामूली है। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि वह केंद्र के पास राज्य का बकाया 97,000 करोड़ रुपये का फंड जारी किए जाने पर ही पेट्रोल एवं डीजल पर वैट घटाने का फैसला लेगी। उधर, कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार को घेरा है और जनता को मूर्ख बनाने का आरोप लगाया है। बता दें कि अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट जैसे स्थानीय करों में भिन्नता के कारण कीमतों में अंतर होता है। गौर हो कि उत्पाद शुल्क में ताजा कटौती के बाद पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क घटकर 19.9 रुपये प्रति लीटर रह गया है। वहीं डीजल पर अब यह 15.8 रुपये प्रति लीटर है।
गौर हो कि शनिवार शाम केंद्र सरकार द्वारा वाहन ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती से उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है। स्थानीय करों में अभी ज्यादातर राज्यों ने कटौती नहीं की है, फिर भी अनेक स्थानों पर पेट्रोल और डीजल 100 रुपये प्रति लीटर से कम मिल रहा है। पंजाब के भी ज्यादातर शहरों में पेट्रोल 100 से नीचे है। उधर, देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल अब 96.72 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है, जबकि इससे पहले इसकी कीमत 105.41 रुपये प्रति लीटर थी। वहीं, डीजल अब 89.62 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बिक रहा है, जो इससे पहले 96.67 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर मिल रहा था। इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्री ने सभी राज्य सरकारों से भी वाहन ईंधन पर स्थानीय बिक्रीकर या वैट में कटौती का आग्रह किया है। उनके इस आग्रह पर कुछ राज्यों ने सहमति जताई है, जबकि अनेक राज्य उत्पाद कर में इस कटौती को मामूली बता रहे हैं। तमिलनाडु के वित्त मंत्री पलानीवेल त्यागराजन ने कहा, ‘केंद्र ने राज्यों से सलाह नहीं ली। केंद्र सरकार ने आंशिक कटौती की है। इसलिए राज्यों से करों में कटौती की उम्मीद करना न तो उचित है और न ही तर्कसंगत।’ इस पर भाजपा तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के अन्नामलाई ने कहा, ‘द्रमुक 10 साल तक संप्रग का हिस्सा रही। क्या तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हर बार सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की थी?’ अन्नामलाई ने कीमत कटौती के लिए ‘72’ घंटे का अल्टीमेटम देते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार जनता को बहका रही है।
यहां अभी चल रहा है सौ पार
कई जगह पेट्रोल अब भी सौ के पार है। मुंबई में पेट्रोल के दाम 120.51 रुपये से घटकर 111.35 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं, जबकि डीजल 104.77 रुपये से घटकर 97.28 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत अब 106.03 रुपये (पहले 115.12 रुपये) और चेन्नई में 102.63 रुपये (पहले 110.85 रुपये) प्रति लीटर है। कोलकाता में डीजल की कीमत 92.76 रुपये (पहले 99.83 रुपये) और चेन्नई में 94.24 रुपये (पहले 100.94 रुपये) प्रति लीटर है।