विवेक बंसल/निस
गुरुग्राम, 19 मई हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हरियाणा कभी कृषि का केंद्र होता था, लेकिन कृषि के साथ-साथ राज्य उद्योग में आगे बढ़ा और आज यह वर्ल्ड वाइड इन्वेस्टर का फ्रेंडली डेस्टिनेशन बन गया है। मारुति सुजुकी के 40 साल के सफर को पूरा करने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जापान और भारत के संबंध 70 साल पुराने हैं और वे कामना करते हैं कि ये संबंध प्रगाढ़ हों और हमेशा आगे बढ़ते रहें। मुख्यमंत्री सोनीपत के खरखौदा में स्थित इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (आईएमटी) में स्थापित किए जाने वाले मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) और सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट के लिए भूमि के आवंटन को लेकर आयोजित समझौता हस्ताक्षर कार्यक्रम में बोल रहे थे।
यह समझौता हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पाेरेशन (एचएसआईआईडीसी) और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल)/सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बीच हुआ। खरखौदा में क्रमशः 800 एकड़ और 100 एकड़ भूमि पर मारुति कार तथा सुजुकि मोटर साइकिल के नये प्लांट स्थापित किए जाने हैं। उन्होंने कहा कि 40 साल पहले भी एक एमओयू हुआ था, जिसने हरियाणा के विकास की तस्वीर और तकदीर को बदलने में बड़ी भूमिका निभाई। आज एक नया समझौता हुआ जिसमें 900 एकड़ जमीन हरियाणा राज्य औद्योगिक अवसंरचना विकास निगम के माध्यम से अधिकृत किया गया और इस जमीन को आज मारुति सुजुकी को हेंडओवर किया गया। कार्यक्रम में 2400 करोड़ रुपये एचएसआईआईडीसी के माध्यम से हरियाणा को दिया गया है। हरियाणा के इतिहास में पहली बार इतना बड़ा ट्रांजेक्शन हुआ है। यह समझौता हरियाणा में विकास की नयी पटकथा लिखेगा। उन्होंने कहा कि प्लांट के स्थापित होने से 13 हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। प्लांट के लिए 2400 करोड़ की जमीन ली गई है तथा 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का इन्वेस्टमेंट किया जाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मारुति के कारण गुरुग्राम विकसित हुआ। इनके कारण से गुरुग्राम के अंदर ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का इजाफा हुआ, कई कंपनियां यहां आई। मुख्यमंत्री ने मारुति सुजुकी के चेयरमैन आरसी भार्गव से निवेदन किया कि मारुति का कॉरपोरेट ऑफिस अभी तक दिल्ली में है, इसे भी हरियाणा शिफ्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि हमने इंडस्ट्री को सभी प्रकार की सुविधाएं दी हैं। हमने सर्विसेज के लिए भी सुविधाएं देनी शुरू की हैं।
सोनीपत प्लांट की उत्पादन क्षमता 8 साल में सालाना 10 लाख इकाई की होगी मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा कि हरियाणा में उनके नये विनिर्माण कारखाने की क्षमता अगले आठ साल में 10 लाख इकाई सालाना के अधिकतम स्तर पर पहुंच जाएगी। इसके लिए कंपनी संयंत्र पर कुल 18 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह मारुति का राज्य में तीसरा विनिर्माण संयंत्र है। यह कारखाना सोनीपत जिले के आईएमटी खरखोदा में 800 एकड़ क्षेत्र में लगाया जा रहा है। कंपनी इसके पहले चरण में कुल 11,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और इसकी उत्पादन क्षमता सालाना 2.5 लाख इकाई की होगी। वाहन क्षेत्र की कंपनी को भूमि आवंटन की औपचारिक घोषणा के लिए आयोजित कार्यक्रम में मारुति के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा कि सोनीपत संयंत्र में 10 लाख की उत्पादन क्षमता से घरेलू के साथ निर्यात बाजारों की मांग को भी पूरा करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि बाजार परिस्थितियों को देखते हुए हम आगामी आठ साल में अधिकतम उत्पादन तक पहुंच सकेंगे। इसके बाद सोनीपत संयंत्र 10 लाख वाहन उत्पादन क्षमता के साथ सबसे बड़ा उत्पादन संयंत्र बन जाएगा।’