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Hindenburg Adani हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह के शेयरों में गिरावट, अडाणी एनर्जी का शेयर 17 प्रतिशत लुढ़का

नयी दिल्ली, 12 अगस्तअडाणी समूह की सूचीबद्ध सभी 10 कंपनियों के शेयर में सोमवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट दर्ज की गई। अडाणी एनर्जी के शेयर में सबसे अधिक 17 प्रतिशत की गिरावट आई। अमेरिकी शोध एवं निवेश कंपंनी हिंडनबर्ग...
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नयी दिल्ली, 12 अगस्तअडाणी समूह की सूचीबद्ध सभी 10 कंपनियों के शेयर में सोमवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट दर्ज की गई। अडाणी एनर्जी के शेयर में सबसे अधिक 17 प्रतिशत की गिरावट आई। अमेरिकी शोध एवं निवेश कंपंनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह के शेयरों में गिरावट आई। बीएसई सेंसेक्स पर सूचीबद्ध अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में 17 प्रतिशत, अदाणी टोटल गैस में 13.39 प्रतिशत, एनडीटीवी में 11 प्रतिशत और अडाणी पावर में 10.94 प्रतिशत की गिरावट आई। अडाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 6.96 प्रतिशत, अदाणी विल्मर में 6.49 प्रतिशत, अडाणी एंटरप्राइजेज में 5.43 प्रतिशत, अडाणी पोर्ट्स में 4.95 प्रतिशत, अंबुजा सीमेंट्स में 2.53 प्रतिशत और एसीसी में 2.42 प्रतिशत की गिरावट आई। हिंडनबर्ग ने शनिवार देर रात जारी अपनी नई रिपोर्ट में कहा था कि बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन बुच और उनके पति धबल बुच ने बरमूडा तथा मॉरीशस में अस्पष्ट विदेशी कोषों में अघोषित निवेश किया था। उसने कहा कि ये वही कोष हैं जिनका कथित तौर पर विनोद अदाणी ने पैसों की हेराफेरी करने तथा समूह की कंपनियों के शेयरों की कीमतें बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया था। विनोद अडाणी, अडाणी समूह के चेयरपर्सन गौतम अडाणी के बड़े भाई हैं। आरोपों के जवाब में बुच दंपति ने रविवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि ये निवेश 2015 में किए गए थे, जो 2017 में सेबी के पूर्णकालिक सदस्य के रूप में उनकी नियुक्ति तथा मार्च 2022 में चेयरपर्सन के रूप में उनकी पदोन्नति से काफी पहले था। ये निवेश ‘सिंगापुर में रहने के दौरान निजी तौर पर आम नागरिक की हैसियत से' किए गए थे। सेबी में उनकी नियुक्ति के बाद ये कोष ‘निष्क्रिय' हो गए। (भाषा)

 

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