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Uttarakhand News : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में फिर दिखी रौनक, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा ने फिर पकड़ी रफ्तार
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Uttarakhand News : उत्तराखंड में मानसून के दौरान आपदाओं के कारण बार-बार बाधित हुई चारधाम यात्रा बर्फबारी और लगातार खराब मौसम के बावजूद अब फिर से रफ्तार पकड़ चुकी है। केदारनाथ यात्रा के संबंध में बुधवार को एक नया रिकॉर्ड कायम हुआ, जब वहां इस साल दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 16.56 लाख से अधिक हो गई। मंदिर के कपाट बंद होने में अभी 14 दिन बाकी हैं।

आंकड़ों के अनुसार, पिछला रिकॉर्ड 2024 में बना था, जब 16.52 लाख से अधिक तीर्थयात्री दर्शन के लिए केदारनाथ मंदिर पहुंचे थे। आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को शाम सात बजे तक एक ही दिन में लगभग 19,731 तीर्थयात्रियों ने चारों धाम (बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री) और हेमकुंड साहिब के दर्शन किए। बदरीनाथ में 5,042, केदारनाथ में 5,614, गंगोत्री धाम में 6,217 और यमुनोत्री धाम में 2,360 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए, जबकि 498 तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब पहुंचे।

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5 अगस्त को धराली आपदा के बाद से अतिवृष्टि, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं के कारण चारधाम यात्रा में गिरावट का रुझान देखने को मिला था। 20 दिन के अंतराल में उत्तराखंड में आई धराली, स्यानाचट्टी, थराली सहित कई अन्य आपदाओं के कारण चारधाम यात्रा लगभग पटरी से उतर गई थी। सितंबर के पहले हफ्ते में भी खराब मौसम की चेतावनी के कारण यात्रा को चार दिनों तक स्थगित रखा गया था। हालांकि, 5 सितंबर के बाद तीर्थयात्रा ने धीमी गति से ही सही रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी। 10 सितंबर को एक दिन में लगभग 8,000 श्रद्धालु इन तीर्थस्थलों के दर्शन के लिए पहुंच गए।

धराली आपदा से एक दिन पहले चार अगस्त तक 41.61 लाख तीर्थयात्री चारधाम यात्रा कर चुके थे। अब यात्रा के फिर से रफ्तार पकड़ने के बाद चारधाम तथा हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए इस सीजन में आने वाले कुल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 47.39 लाख तक पहुंच गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में यह आंकड़ा बढ़कर 50 लाख तक पहुंच सकता है। केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट 23 अक्टूबर को, जबकि गंगोत्री धाम के कपाट दीवाली के अगले दिन 22 अक्टूबर को और बदरीनाथ धाम के कपाट 25 नवंबर को बंद होंगे। इसी के साथ इस साल की चारधाम यात्रा समाप्त हो जाएगी।

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