Shraadh 2025: आज सप्तमी तिथि का श्राद्ध, 12 प्रकार के होते हैं श्राद्ध, सबका अपना महत्व
Panchang 13 September 2025: आज प्रातः 07:23 बजे तक षष्ठी तिथि का श्राद्ध था। इसके बाद सप्तमी तिथि का श्राद्ध प्रारंभ हो गया है। आइए आज आपको बताते हैं श्राद्ध कितने प्रकार के होते हैं।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक शास्त्रों में 12 प्रकार के श्राद्ध बताए गए हैं। सभी का उद्देश्य पितरों की आत्मा की शांति, मोक्ष और परिवार की सुख-समृद्धि है। इनमें नित्य श्राद्ध प्रतिदिन तर्पण के रूप में किया जाता है, जबकि नैमित्तिक श्राद्ध विशेष घटनाओं जैसे विवाह या संतानोत्पत्ति पर।
काम्य श्राद्ध मनोकामना पूर्ति हेतु और व्रत श्राद्ध उपवास के अवसर पर होता है। सापिंडन श्राद्ध मृत्यु के बाद मृतक को पितरों की श्रेणी में जोड़ता है। पार्वण श्राद्ध पितृपक्ष की अमावस्या पर सबसे महत्वपूर्ण है। गोष्ठी श्राद्ध सामूहिक रूप से, और शुद्ध्यर्थ श्राद्ध अशुभ घटनाओं के बाद शुद्धि हेतु होता है।
काम्य पार्वण श्राद्ध विशेष फल की प्राप्ति के लिए, जबकि अष्टका श्राद्ध माघ कृष्ण अष्टमी को किया जाता है। यात्रार्थ श्राद्ध यात्रा से पहले और सपिंडन श्राद्ध एक वर्ष बाद मृतक को पितृगण में सम्मिलित करने के लिए किया जाता है।
Panchang 13 September 2025: अंग्रेजी तिथि 13 सितम्बर 2025 ई॰
सूर्य स्थिति दक्षिणायन, उत्तर गोल, शरद ऋतु
राहुकाल प्रातः 09:00 बजे – 10:30 बजे तक
तिथि षष्ठी तिथि प्रातः 07:23 बजे तक, उपरांत सप्तमी तिथि आरंभ
नक्षत्र कृतिका प्रातः 10:11 बजे तक, उपरांत रोहिणी नक्षत्र
योग हर्षण योग प्रातः 10:32 बजे तक, उपरांत वज्र योग
करण वणिज करण प्रातः 07:23 बजे तक, उपरांत बालव करण
विजय मुहूर्त दोपहर 02:21 बजे – 03:10 बजे तक
निशीथ काल रात 11:54 बजे – 12:40 बजे तक
गोधूलि बेला शाम 06:28 बजे – 06:52 बजे तक
चन्द्रमा स्थिति सायं 05:23 बजे तक मेष, उपरांत वृष राशि
विशेष सप्तमी श्राद्ध
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।