Panchang 3 September 2025: परिवर्तिनी एकादशी आज, जाने इस व्रत की पूजा विधि व इसका महत्व
Parivartini Ekadashi Vrat 2025: आज परिवर्तिनी एकादशी है। इसे पद्मा एकादशी भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु योगनिद्रा में करवट बदलते हैं। आज के दिन भक्त उपवास रखकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं तथा सुख-समृद्धि और मोक्ष की कामना करते हैं।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक आज के दिन प्रातः स्नान कर घर और मंदिर की साफ-सफाई करनी चाहिए। भगवान विष्णु का जल, पंचामृत और गंगाजल से अभिषेक करें। पीला चंदन व पीले फूल अर्पित करें और मंदिर में घी का दीपक जलाएं। व्रत का संकल्प लेकर यथाशक्ति उपवास करें। इस दिन व्रत कथा का पाठ, “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप, आरती और तुलसी दल सहित भोग लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है। अंत में क्षमा प्रार्थना कर व्रत संपन्न करना चाहिए।
मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से भगवान विष्णु प्रसन्न होकर भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। यह चातुर्मास का महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि इसी अवसर पर विष्णु योगनिद्रा में करवट बदलते हैं। इस व्रत से पापों का नाश, आत्मा की शुद्धि, घर-परिवार में शांति, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही यह व्रत मोक्ष प्रदान करने वाला माना गया है। श्रद्धा और नियमपूर्वक उपवास रखने से मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य की प्राप्ति भी होती है।
Panchang 3 September 2025: राष्ट्रीय मिति भाद्रपद 12, शक संवत 1947
पक्ष / तिथि भाद्रपद शुक्ल पक्ष, एकादशी
वार बुधवार
विक्रम संवत् 2082
सौर मास भाद्रपद मास प्रविष्टे 19
अंग्रेजी तारीख 03 सितम्बर 2025 ई.
सूर्य स्थिति दक्षिणायन, उत्तर गोल
ऋतु शरद ऋतु
राहुकाल दोपहर 12:00 बजे – 01:30 बजे
एकादशी तिथि अर्धरात्रोत्तर 04:22 बजे तक
नक्षत्र पूर्वाषाढ़ा रात्रि 11:08 बजे तक, उपरांत उत्तराषाढ़ा प्रारंभ
योग आयुष्मान योग 04:17 अपराह्न तक, उपरांत सौभाग्य योग
करण वणिज करण 04:13 अपराह्न तक, उपरांत वणिज करण
विजय मुहूर्त दोपहर 02:27 – 03:18 बजे
निशीथ काल रात्रि 11:58 – 12:43 बजे
गोधूलि बेला शाम 06:40 – 07:03 बजे
चंद्र स्थिति मकर राशि पर संचार
विशेष पर्व परिवर्तिनी एकादशी
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।