Panchang 25 August 2025: भगवान विष्णु के तीसरे अवतार वराह देव की जयंती आज
Varaha Jayanti: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को वराह जयंती मनाई जाती है। यह दिन भगवान विष्णु के तीसरे अवतार वराह देव के जन्मोत्सव के रूप में विशेष महत्व रखता है।
पुराणों के अनुसार जब हिरण्याक्ष नामक राक्षस ने पृथ्वी को पाताल लोक में ले जाकर संकट उत्पन्न किया, तब भगवान विष्णु ने वराह रूप धारण कर उसे अपने दांतों पर उठाकर पुनः ब्रह्मांड में स्थापित किया। इसी कारण यह अवतार धर्म और पृथ्वी की रक्षा का प्रतीक माना जाता है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक मान्यता है कि वराह जयंती पर भगवान वराह की पूजा, कथा श्रवण और आरती करने से भक्तों के जीवन से शत्रु, बाधा और संकट दूर होते हैं तथा सुख-समृद्धि और आरोग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन उपवास, दान-पुण्य और मंत्रोच्चारण का भी विशेष महत्व है। श्रद्धा और भक्ति से की गई पूजा से भगवान विष्णु कृपा बरसाते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा तथा विजय का संचार होता है।
Panchang 25 August 2025: राष्ट्रीय मिति भाद्रपद 03
शक संवत 1947
विक्रम संवत 2082
मास भाद्रपद
पक्ष शुक्ल
तिथि द्वितीया (मध्याह्न 12:35 बजे तक), उपरांत तृतीया
वार सोमवार
सौर मास भाद्रपद मास प्रविष्टे 10
अंग्रेजी तारीख 25 अगस्त 2025
सूर्य स्थिति दक्षिणायन, उत्तर गोल
ऋतु शरद ऋतु
राहुकाल प्रातः 07:30 बजे – 09:00 बजे
नक्षत्र उत्तराफाल्गुनी (रात्रि 03:50 बजे तक), उपरांत हस्त
योग सिद्ध (मध्याह्न 12:06 बजे तक), उपरांत साध्य
करण कौलव (मध्याह्न 12:35 बजे तक), उपरांत गर
चन्द्रमा प्रातः 08:29 बजे तक सिंह, उपरांत कन्या राशि
विजय मुहूर्त दोपहर 02:32 बजे – 03:24 बजे
निशिथ काल मध्य रात्रि 12:01 बजे – 12:45 बजे
गोधूलि बेला शाम 06:50 बजे – 07:12 बजे
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।