Panchang 23 July 2025: श्रावण शिरात्रि आज, सौभाग्य प्राप्ति के लिए करें ये काम
Shravan Shivaratri 2025: आज सावन शिवरात्रि है। वर्ष भर में एक महाशिवरात्रि और 11 मासिक शिवरात्रियां आती हैं, जिनमें सावन की शिवरात्रि का विशेष महत्व है। श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित होता है और इस माह की शिवरात्रि अत्यंत पुण्यदायिनी मानी जाती है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक इस दिन रात्रि में चार प्रहरों में शिव पूजन का विशेष विधान है। प्रत्येक प्रहर में भक्त जल, दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से रुद्राभिषेक करते हैं और अलग-अलग भोग, पुष्प व मंत्र अर्पित करते हैं। यह साधना शरीर, मन, आत्मा और ब्रह्म को समर्पित मानी जाती है।
लिंग पुराण के अनुसार, श्रावण मास की शिवरात्रि पर उपवास, जागरण और बेलपत्र अर्पण से सौभाग्य, आयु और मोक्ष की प्राप्ति होती है। निशीथ काल, यानी मध्यरात्रि में शिवपूजन और महामृत्युंजय जाप से विशेष फल मिलते हैं। अग्नि पुराण में वर्णित है कि श्रावण मास में शिव की आराधना समस्त इच्छाओं की पूर्ति करती है। श्रद्धा से की गई शिव उपासना जीवन के कष्ट हरती है और आत्मिक शुद्धि प्रदान करती है।
Panchang 23 July 2025: राष्ट्रीय तिथि श्रावण 01
शक संवत् 1947
विक्रम संवत् 2082
तिथि श्रावण कृष्णा चतुर्दशी (अर्धरात्रोत्तर 02:29 तक), इसके बाद अमावस्या
दिन बुधवार
सौर मास श्रावण मास प्रविष्टे 08
अंग्रेजी तारीख 23 जुलाई 2025 ई.
सूर्य स्थिति दक्षिणायण, उत्तर गोल
ऋतु वर्षा ऋतु
राहुकाल 12:00 दोपहर से 1:30 दोपहर तक
नक्षत्र आद्र्रा (सायं 05:55 तक), इसके बाद पुनर्वसु
योग व्याघात (12:34 दोपहर तक), फिर हर्षण योग
करण विष्टि (03:35 अपराह्न तक), फिर चतुष्पद करण
विजय मुहूर्त दोपहर 2:44 से 3:39 तक
निशिथ काल रात्रि 12:07 से 12:48 तक
गोधूलि बेला शाम 7:17 से 7:38 तक
चंद्रमा की राशि मिथुन राशि
विशेष व्रत/त्योहार श्रावण शिवरात्रि व्रत
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।