Panchang 21 July 2025: कामिका एकादशी आज, जानें क्या है इस व्रत का महत्व व पूजा विधि
Kamika Ekadashi आज कामिका एकादशी है, जो सावन मास के कृष्ण पक्ष की पहली और चातुर्मास की आरंभिक एकादशी है। इस बार यह एकादशी सोमवार और शुभ शुक्र योग में पड़ी है, जिससे इसका महत्व और बढ़ गया है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक कामिका एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और ब्रह्मवैवर्त एवं विष्णुधर्मोत्तर पुराण में इसकी महिमा का वर्णन है। आज के दिन सिर्फ श्री हरि के नाम स्मरण से ही पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति संभव होती है। भीष्म पितामह के अनुसार, यह व्रत नरक भय से मुक्ति देता है। व्रती को दशमी को सात्विक भोजन कर व्रत का संकल्प लेना चाहिए। एकादशी को स्नान कर विष्णुजी की पीले फूलों और तुलसी से पूजा करें, विष्णु सहस्रनाम व मंत्रों का जाप करें। निर्जला व्रत या फलाहार करें और रात्रि में जागरण-कीर्तन कर दीपदान करें। इससे श्रीहरि की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
Panchang 21 July 2025: राष्ट्रीय मिति आषाढ़ 30
शक संवत् 1947
विक्रम संवत् 2082
वार सोमवार
तिथि श्रावण कृष्णा एकादशी (प्रातः 09:40 तक), उपरांत द्वादशी
अंग्रेजी तारीख 21 जुलाई 2025 ई॰
सौर मास श्रावण मास (प्रविष्टे 06)
सूर्य स्थिति दक्षिणायन, उत्तर गोल
ऋतु वर्षा ऋतु
राहुकाल प्रातः 07:30 से 09:00 तक
नक्षत्र रोहिणी (रात्रि 09:07 तक), उपरांत मृगशिरा
योग वृद्धि (सायं 07:39 तक), उपरांत ध्रुव
करण बालव (प्रातः 09:40 तक), उपरांत तैतिल
विजय मुहूर्त दोपहर 02:44 से 03:39 तक
निशीथ काल रात्रि 12:07 से 12:48 तक
गोधूलि बेला सायं 07:17 से 07:38 तक
चंद्र राशि वृष राशि में संचार
विशेष व्रत/त्योहार कामिका एकादशी
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।