Panchang 20 August 2025: आज भाद्रपद मास का प्रदोष व्रत, भगवान शिव की पूजा से होगा कष्टों का नाश
Panchang 20 August 2025: आज भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है, जो दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। इसके उपरांत त्रयोदशी तिथि का आरंभ होगा। त्रयोदशी तिथि भगवान शिव को समर्पित मानी जाती है और इसी दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है। यह व्रत विशेष रूप से संध्या काल में किया जाता है और भक्तजन श्रद्धापूर्वक भगवान शंकर की पूजा-अर्चना कर उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक प्रदोष व्रत का करने से साधक के जीवन से भय और कष्टों का नाश होता है तथा उसे महादेव की कृपा प्राप्त होती है। इस व्रत से मनुष्य को सुख, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में कहा गया है कि प्रदोष व्रत के दिन यदि श्रद्धा और नियमपूर्वक शिवजी की पूजा की जाए तो सभी पाप नष्ट होकर पुण्य की प्राप्ति होती है।
Panchang 20 August 2025: राष्ट्रीय मिति श्रावण 29, शक संवत् 1947
मास/पक्ष भाद्रपद, कृष्ण
तिथि द्वादशी (अपराह्न 01:59 बजे तक), उपरांत त्रयोदशी
वार बुधवार
विक्रम संवत् 2082
सौर मास प्रविष्टि भाद्रपद मास, प्रविष्टे 05
अंग्रेजी तिथि 20 अगस्त 2025 ई॰
सूर्य स्थिति दक्षिणायण, उत्तर गोल
ऋतु वर्षा ऋतु
राहुकाल सायं 04:30 बजे से 06:00 बजे तक
नक्षत्र पुनर्वसु (अर्धरात्रोत्तर 12:27 बजे तक), उपरांत पुष्य
योग सिद्धि (सायं 06:14 बजे तक), उपरांत व्यतिपात
करण तैतिल (अपराह्न 01:59 बजे तक), उपरांत वणिज
विजय मुहूर्त दोपहर 02:35 बजे से 03:27 बजे तक
निशीथ काल रात 12:03 बजे से 12:46 बजे तक
गोधूलि बेला शाम 06:56 बजे से 07:17 बजे तक
चन्द्रमा सायं 06:36 बजे तक मिथुन, उपरांत कर्क राशि में संचार
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।