Panchang 15 June 2025: आषाढ़ संक्रांति आज, जीवन में तेज और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए करें ये काम
चंडीगढ़, 15 जून (वेब डेस्क)
Ashadh Sankranti: हिंदू पंचांग के अनुसार जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, तो उस दिन को संक्रांति कहा जाता है। आज आषाढ़ संक्रांति है। इसे मिथुन संक्रांति भी कहते हैं। यानी आज सूर्य ने वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश किया।
पंडित अनिल शास्त्री के अनुसार इस दौरान स्नान, दान, सूर्योपासना और व्रत करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। गंगा स्नान और सूर्य अर्घ्य देने से रोग, शोक, और दुर्भाग्य का नाश होता है। पुराणों के अनुसार, इस दिन विशेष रूप से प्रातः सूर्योदय के समय जल में लाल पुष्प, चंदन और अक्षत डालकर सूर्य को अर्घ्य देने से जीवन में तेज, ओज और आत्मविश्वास बढ़ता है।
Panchang 15 June 2025: राष्ट्रीय मिति ज्येष्ठ 25
शक सम्वत् 1947
आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी
रविवार, विक्रम संवत् 2082
सौर आषाढ़ मास प्रविष्टे 01 (15 जून 2025)
सूर्य उत्तरायण उत्तर गोल, ग्रीष्म ऋतु
राहुकाल सायं 04:30 से 06:00 बजे तक
चतुर्थी तिथि अपराह्न 03:52 बजे तक
पंचमी तिथि आरंभ चतुर्थी तिथि के बाद
श्रवण नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 01 बजे तक
घनिष्ठा नक्षत्र आरंभ श्रवण नक्षत्र के बाद
ऐन्द्र योग मध्याह्न 12:19 बजे तक
वैधृति योग आरंभ ऐन्द्र योग के बाद
बालव करण अपराह्न 03:52 बजे तक
तैतिल करण आरंभ बालव करण के बाद
विजय मुहूर्त दोपहर 02:41 से 03:37 बजे तक
निशिथ काल मध्य रात्रि 12:02 से 12:42 बजे तक
गोधूलि बेला शाम 07:19 से 07:39 बजे तक
चन्द्रमा संचार मकर राशि में दिन-रात
व्रत-त्योहार आषाढ़ संक्रान्ति, पुण्यकाल संक्रान्ति
पुण्यकाल संक्रान्ति दोपहर 01:08 बजे तक
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।