Panchang 14 June 2025: संकष्टी गणेश चतुर्थी आज, घर में सुख-समृद्धि के लिए करें ये काम
चंडीगढ़, 14 जून (वेब डेस्क)
Ganesh Chaturthi Vrat: आज आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है, जिसे कृष्णपिंगल संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। यह तिथि भगवान गणेश को समर्पित है और इस दिन उनके कृष्णपिंगल स्वरूप की विशेष पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं और संतान की लंबी उम्र की प्राप्ति होती है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक गणेश पूजा में दूर्वा घास का विशेष महत्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, दूर्वा ने भगवान गणेश को पेटदर्द से राहत दिलाई थी, इसलिए यह उन्हें अत्यंत प्रिय है। दूर्वा चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धि आती है और हर कार्य में सफलता मिलती है। इस दिन विशेष मंत्रों के साथ पूजा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
इन मंत्रों से का करें जप
- ॐ गं गणपतये नमः
- वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
- ॐ एकदंताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो दंति प्रचोदयात्॥
Panchang 14 June 2025: राष्ट्रीय मिति ज्येष्ठ 24
शक संवत् 1947
विक्रम संवत् 2082
चंद्र मास आषाढ़, कृष्ण पक्ष
तिथि तृतीया (अपराह्न 03:47 तक), उपरांत चतुर्थी आरंभ
वार शनिवार
सौर मास ज्येष्ठ मास (प्रविष्टे 32)
अंग्रेजी तिथि 14 जून 2025
सूर्य स्थिति उत्तरायण, उत्तर गोलार्द्ध
ऋतु ग्रीष्म
राहुकाल प्रातः 09:00 से 10:30 तक
नक्षत्र उत्तराषाढ़ (12:22 AM तक), उपरांत श्रवण
योग ब्रह्म योग (01:13 PM तक), उपरांत ऐन्द्र योग
करण विष्टि करण (03:47 PM तक), उपरांत बालव करण
विजय मुहूर्त 02:41 PM से 03:37 PM तक
निशिथ काल रात 12:01 से 12:41 तक
गोधूलि बेला 07:19 PM से 07:39 PM तक
चंद्र राशि धनु (05:38 AM तक), उपरांत मकर
व्रत/त्योहार श्री गणेश चतुर्थी व्रत
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।