Panchang 11 July 2025: सावन मास शुरू, जानें इस महीने क्या करना शुभ है क्या करना वर्जित
चंडीगढ़, 11 जुलाई (वेब डेस्क)
Sawan 2025: सावन मास, जिसे श्रावण मास भी कहा जाता है, हिंदू पंचांग का सबसे पुण्यदायक और आध्यात्मिक महीना है। यह संपूर्ण महीना भगवान शिव की आराधना, उपवास, जप और साधना को समर्पित होता है। सावन में प्रकृति हरियाली से भर जाती है, और भक्त भी अपने मन, वचन और कर्म को शुद्ध कर भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का प्रयास करता है।
पंडित अनिल शास्त्री के मुताबिक श्रद्धालु इस मास में प्रातःकाल स्नान कर शिवलिंग पर बेलपत्र, गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, और शक्कर से अभिषेक करते हैं। "ॐ नमः शिवाय" और महामृत्युंजय मंत्र का जाप विशेष फलदायी माना जाता है। सोमवार का व्रत सावन में अत्यंत शुभ माना जाता है।
सावन में हरी वस्तुओं का प्रयोग जैसे हरी चूड़ियां, साड़ी, हरी सब्जियां और बेलपत्र शुभ होते हैं। सात्त्विक आहार लेना, फलाहार करना, और शुद्ध मसालों का उपयोग करना अनुशंसित है। ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और जलदान करना पुण्यदायक है। कांवड़ियों की सेवा करना भी विशेष पुण्य का कार्य माना गया है।
सावन में मांस, मदिरा, लहसुन-प्याज का सेवन वर्जित है। क्रोध, झूठ, कटु वाणी से बचना चाहिए। शिवजी को केतकी, तुलसी और टूटा बेलपत्र नहीं चढ़ाना चाहिए। लोहे के बर्तन से अभिषेक वर्जित है। यह माह संयम, शांति और शिवतत्व के समर्पण का प्रतीक है।
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।