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Masik Kalashtami Vrat : कब है साल का पहला कालाष्टमी व्रत? जानिए इस दिन क्या करें और क्या नहीं

Masik Kalashtami Vrat : कब है साल का पहला कालाष्टमी व्रत? जानिए इस दिन क्या करें और क्या नहीं
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चंडीगढ़ , 20 जनवरी (ट्रिन्यू)

Masik Kalashtami Vrat : हिंदू धर्म में कालाष्टमी का बहुत महत्व है, जो हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन व्रत रखने वाले लोग भगवान भैरव की पूजा करते हैं और उनसे आशीर्वाद लेते हैं। लोग अपने जीवन की मुश्किलों और बाधाओं को दूर करने के लिए मंदिरों में जाते हैं। हालांकि व्रत रखने के साथ-साथ इस दौरान कुछ नियमों का पालन करना भी जरूरी है। चलिए जानते हैं कि इस दौरान किन बातों का रखें ध्यान...

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कब है साल की पहली कालाष्टमी?

लोग भगवान शिव से आशीर्वाद पाने और एक सहज, स्वस्थ और खुशहाल जीवन पाने के लिए इस दिन उपवास रखते हैं। इस साल मासिक कालाष्टमी 21 जनवरी यानि कल मंगलवार को है। इस दिन आप काल भैरव मंत्र और भगवान शिव मंत्र का जाप कर सकते हैं। काल भैरव - "ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रूं ह्रौं क्षं क्षेत्रपालाय काल भैरवाय नमः"। भगवान शिव - "ॐ नमः शिवाय"।

मासिक कालाष्टमी अनुष्ठान

- सुबह जल्दी उठें और सूरज उगने से पहले स्नान करें। अपने घर में पूजा स्थल को साफ करें और एक दीया जलाएं।

- भगवान भैरव की पूजा करें और उनका आशीर्वाद लें तथा पिछले पापों के लिए क्षमा मांगें।

- इस दिन व्रत रखें और कालाष्टमी व्रत कथा का पाठ करें।

- काल भैरव मंत्र और भगवान शिव के मंत्रों का पाठ करें। काल भैरव को सरसों का तेल और तिल चढ़ाएं।

- पूजा के बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाना चाहिए।

मासिक कालाष्टमी उपाय

-काल भैरव मंत्र और भगवान शिव मंत्र का जाप करें।

-भगवान भैरव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें लाल फूल, घी का दीया, शहद और अखंडित नारियल चढ़ाएं।

-अपने शत्रुओं की शक्ति को कमजोर करने के लिए नींबू की माला बनाई जा सकती है।

-तिल मानसिक समस्याओं को दूर कर सकते हैं।

-अगर आप इस दिन 21 बार काल भैरव का नाम जपते हैं, तो आप अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और बाधाएं दूर होंगी।

-इस दिन कुट्टू के आटे के पकौड़े और पापड़ बनाकर अगले दिन जरूरतमंदों में बांटें।

मासिक कालाष्टमी में क्या करें?

- इस दिन भोजन, कपड़े और पैसे दान करें। साथ ही काले कुत्तों को खाना खिलाएं क्योंकि काले कुत्ते को काल भैरव का वाहन माना जाता है। दूध, दही और मिठाई अर्पित करें।

- इस दिन बच्चे-बूढ़ें, औरतें सभी का सम्मान करें। अपने परिवार के सदस्यों या किसी बड़े का अनादर न करें।

- काल भैरव जयंती पर किसी भी कुत्ते को नुकसान न पहुंचाएं।

- मां पार्वती के साथ काल भैरव की पूजा करें।

मासिक कालाष्टमी में क्या ना करें?

- इस दिन मांसाहारी भोजन न करें। साथ ही अगर व्रत रखा है तो अनाज या नमक का सेवन न करें।

- इस दिन शराब से बचना बेहतर है। दिन में न सोएं।

- किसी भी जानवर को चोट न पहुंचाए, खासकर कुत्तों को।

- काल भैरव को केतकी का फूल न चढ़ाएं क्योंकि इसे वर्जित माना जाता है।

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