मदन गुप्ता सपाटू
चैत्र नवरात्र 13 अप्रैल को अश्वनी नक्षत्र और सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग में शुरू हो रहे हैं। नवमी 21 अप्रैल को पड़ेगी। नवरात्र व्रत का पारण दशमी तिथि 22 अप्रैल को किया जाएगा। नवरात्र के दौरान 4 दिन रवि योग सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। नवरात्र के प्रथम दिन ग्रहों के शुभ संयोग से विशेष योग का निर्माण हो रहा है। प्रतिपदा तिथि में विष्कुंभ और प्रीति योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन विष्कुंभ योग दोपहर 03 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। मान्यता है कि इस तरह के शुभ संयोग में मां भगवती की आराधना करने पर विशेष फल मिलता है। इस बार मां अपने भक्तों को दर्शन घोड़े पर सवार होकर देने आ रही हैं। मां की विदाई नर वाहन पर होगी।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त-
13 अप्रैल को सुबह 05:28 बजे से 10:14 बजे तक
दूसरा शुभ मुहूर्त : सुबह 11:56 बजे से दोपहर 12: 47 बजे तक
2078 नवसंवत्सर : राजा और मंत्री मंगल
13 अप्रैल से नव संवत 2078 शुरू हो रहा है। राक्षस नामक संवत में राजा और मंत्री दोनों ही मंगल हैं, जो आने वाले समय में उपद्रव, दुर्घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं, अधिक गर्म मौसम का संकेत दे रहे हैं। मंगलवार 13 अप्रैल को 2:32 बजे सूर्य का मेष राशि में प्रवेश होगा। संवत्सर प्रतिपदा और विषुवत संक्रांति दोनों एक ही दिन होगी। यह विचित्र स्थिति 90 वर्षों से अधिक समय के बाद बन रही है।