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Gyan ki Baatein : होली पर क्यों उधार देने से मना करती हैं दादी-नानी?

Gyan ki Baatein : होली पर क्यों उधार देने से मना करती हैं दादी-नानी?
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चंडीगढ़, 6 मार्च (ट्रिन्यू)

Gyan ki Baatein : होली हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण और उल्लासपूर्ण त्योहार है। यह त्यौहार रंगों और उमंगों का होता है और लोग एक-दूसरे के साथ रंग खेलकर, मिठाइयां खाकर और खुशियां बांटकर इसे मनाते हैं। मगर, इस खास दिन पर एक ऐसी परंपरा भी है, जो कई घरों में निभाई जाती है और वह है "उधार देने से मना करना।" खासकर दादी-नानी इस परंपरा को बहुत गंभीरता से मानती हैं।

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होली पर क्यों नहीं देना चाहिए उधार?

होली पर दादी-नानी उधार देने से इसलिए मना करती हैं क्योंकि यह समय खुशियां मनाने का होता है और उधारी का लेन-देन किसी भी तरह के तनाव और विवाद का कारण बन सकता है। होली एक उल्लास और एकता का पर्व है और इसे खुशियां बांटने, रिश्तों को मजबूत करने और सच्चे प्यार को बढ़ावा देने के रूप में मनाया जाता है।

मां लक्ष्मी हो जाती है नाराज

ऐसा भी माना जाता है कि होली के दिन उधार देने से आर्थिक समस्याएं हो सकती हैं क्योंकि इससे मां लक्ष्मी नाराज हो जाती है। यही वजह है कि होली के इस खास मौके पर उधारी से बचने की सलाह दी जाती है। वहीं, ज्योतिष के अनुसार, होलिका दहन के दिन पैसे का लेन-देन करने से धन हानि हो सकती है।

रिश्तों में आती है दरार

दादी-नानी का यह मानना है कि यदि किसी से उधार लिया या दिया जाता है, तो वह रिश्तों में अविश्वास पैदा कर सकता है। ऐसे दिन पर जब लोग एक-दूसरे से प्यार और भाईचारे की भावना बांटते हैं, तो उधार का लेन-देन उन रिश्तों में खटास डाल सकता है।

डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।

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