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Gyan Ki Baat : पीरियड्स में अचार को छूने से क्यों रोकती है दादी-नानी?

Gyan Ki Baat : पीरियड्स में अचार को छूने से क्यों रोकती है दादी-नानी?
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चंडीगढ़ , 12 जनवरी (ट्रिन्यू)

Gyan Ki Baat : अक्सर दादी-नानी लड़कियों को पीरियड्स के दौरान अचार की बोतल को छूने से मना करती हैं क्योंकि उनका मानना है कि इससे अचार खराब हो सकता है। भारत में कई महिलाओं को इस तरह के विरोधाभासों का सामना करना पड़ता है। परंपरागत रूप से यह माना जाता था कि मासिक धर्म के दौरान अचार छूने से वो अशुद्ध हो जाता है। सदियों पुरानी यह परंपरा अभी भी कई जगहों पर मौजूद है, जहां अचार या तीखी चटनी के कंटेनर को छूने से यह अशुद्ध माना जाता है।

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सदियों से चली आ रही परंपरा

सदियों पुरानी मान्यताओं के अनुसार, महिलाओं को पीरियड्स के दौरान रसोई में प्रवेश करने या अचार को छूने की अनुमति नहीं थी। ऐसा माना जाता था कि महिलाएं इस दौरान अशुद्ध हो जाती हैं। भोजन को पवित्र माना जाता था और कोई भी अशुद्ध चीज उसके गुणों को नष्ट कर सकती है। देश के विभिन्न हिस्सों में कई महिलाएं आज भी खाना पकाने या रसोई में प्रवेश करने से परहेज करती हैं और उन 4-5 दिनों में एकांतवास का अभ्यास करती हैं।

क्या यह वास्तविकता है या मिथक?

मासिक धर्म के दौरान शरीर से अशुद्ध रक्त बहता है, जिसे संक्रमण और बीमारियों से बचने के लिए बेहतर स्वच्छता की आवश्यकता होती है। पहले, महिलाएं उन दिनों स्वच्छता का प्रबंधन करने के लिए कपड़े का उपयोग करती थीं लेकिन समय के साथ स्वस्थ स्वच्छता बनाए रखने और संक्रमण की संभावना को कम करने के कई तरीके सामने आए हैं। एक विचारधारा के अनुसार, ऐसा माना जाता था कि संदूषण से बचने के लिए स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए ये नियम बनाए गए थे।

दिलचस्प बात तो यह है कि उस समय ये नियम महिलाओं को आराम देने और उन्हें अचार बनाने के काम में शामिल न करने के लिए बनाया गया था। उस समय रसोईघर में काफी काम होता था और अचार बनाना उन दिनों आम बात होती थी। वैज्ञानित नजरिए से देखा जाए तो पीरियड के दौरान अचार छूने से खराब होने का कोई कारण नहीं है।

क्या पीरियड्स में खा सकती हैं अचार?

एक्सपर्ट की मानें तो इस दिनों में अचार या किसी भी खट्टी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, खट्टी चीजों में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जिससे मासिक धर्म में दर्द की समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा इसमें ऐंठन और पीरियड्स क्रैम्पस की समस्या भी ज्यादा हो जाती है।

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