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Gyan Ki Baat : शुभ काम है काले कपड़े मत पहनो, ऐसा क्यों कहती है दादी-नानी

Gyan Ki Baat : शुभ काम है काले कपड़े मत पहनो, ऐसा क्यों कहती है दादी-नानी
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चंडीगढ़ , 30 जनवरी (ट्रिन्यू)

Gyan Ki Baat : भारतीय घरों में लोग दिवाली, दशहरा, रक्षाबंधन जैसी त्योहार, धार्मिक अनुष्ठान, मांगलिक कार्य, शादी-विवाद, गृह प्रवेश या अन्य मंगल कार्य के दौरान चमकीले और रंगों वाले कपड़े पहनते हैं। दरअसल, हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम के दौरान काले रंग के कपड़े पहनने की मनाही होती है। अक्सर दादी-नानी भी किसी भी शुभ काम के दौरान काले पहनने से रोकती है क्योंकि इसे अशुभ रंग माना जाता है।

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क्यों नहीं पहनने चाहिए काले कपड़े?

हिंदू धर्म में काले रंग को बुराई और बुरी ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। यह मृत्यु, उदासी और अंधकार का प्रतीक है। इसके अलावा काले रंग का संबंध राहु से भी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शुभ काम पर काला रंग पहनने से राहु कार्य में बाधा डालते हैं और इस कार्य का अशुभ फल देते हैं।

सोमवार को काला पहनने से क्यों बचना चाहिए?

हिंदू धर्म में सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, काला रंग मृत्यु के देवता से जुड़ा हुआ है, इसलिए सोमवार को इस दिन के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। इसके बजाए सोमवार को सफेद या लाल रंग के कपड़े पहनने चाहिए।

मंगलवार को काला पहनने से क्यों बचना चाहिए?

लोग मंगलवार को काला रंग पहनने से बचते हैं। ऐसा माना जाता है कि मंगल और शनि एक दूसरे के शत्रु हैं। वहीं शनि देव का रंग काला है इसलिए मंगलवार को काला पहनना अशुभ माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान हनुमान ने खुद को काले रंग से पूरी तरह से अलग कर लिया था। अगर आप भगवान हनुमान को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो मंदिर में लाल रंग के कपड़े पहनकर जाएं।

नजर से बचाए

हालांकि, काले रंग का इस्तेमाल अक्सर बुरी नजर से बचने के लिए किया जाता है। भारतीयों में बच्चों के माथे पर या किसी भी सुंदर दिखने वाले व्यक्ति के माथे पर काजल की एक छोटी-सी काली बिंदी लगाने की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है।

डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।

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