Dhanteras 2025 : आरोग्य व समृद्धि का पौराणिक संगम... भगवान धन्वंतरि का आयुर्वेद से भी गहरा कनेक्शन
Dhanteras 2025 : धनतेरस को अक्सर लोग खरीदारी के पर्व के रूप में जानते हैं। इस दिन सोना, चांदी, बर्तन, गहने, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं और वाहन खरीदने की परंपरा है। इस दिन से बाजारों में रौनक शुरु हो जाती है और लोग मानते हैं कि इस दिन की गई खरीददारी शुभ फल देती है। मगर, धनतेरस सिर्फ आर्थिक समृद्धि या खरीददारी ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य से भी जुड़ा है। चूंकि भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद का जनक और चिकित्सा विज्ञान के देवता माना जाता है इसलिए धनतेरस को "आयुर्वेद दिवस" के रूप में मनाया जाता है।
धनतेरस और सेहत में क्या है संबंध?
पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुंद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अपने हाथ में अमृत कलश के साथ आयुर्वेद का ज्ञान लेकर प्रकट हुए थे इसलिए भगवान धन्वंतरि को औषधि का जनक भी कहा जाता है। ऐसे में अगर हम धनतेरस को सिर्फ खरीदारी तक सीमित न रखते हुए इसे स्वास्थ्य और संतुलन का पर्व मानें तो इस दिन के मायने और भी गहरे हो सकते हैं।
अब आपको बताते हैं सोने के सेहत से जुड़े फायदे
वहीं बात अगर सोने की करें तो य सिर्फ आभूषणों और समृद्धि का प्रतीक नहीं है बल्कि आयुर्वेद में इसे औषधीय गुणों से भरपूर माना गया है। आयुर्वेद में स्वर्ण भस्म का उपयोग कई रोगों के उपचार में किया जाता है। आधुनिक विज्ञान ने भी कुछ हद तक इसके फायदों को मान्यता दी है।
सोने की भस्म के अन्य फायदे
1. आयुर्वेद में सोने से बनी स्वर्ण भस्म का इस्तेमाल इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए किया जाता है, जिससे शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता मिलती है।
2. सोना मस्तिष्क की शक्ति और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में सहायक माना गया है।
3. आयुर्वेद में माना जाता है कि स्वर्ण भस्म दिल में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है और कोलेस्ट्रॉल स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है।
4. सोने से बनी दवाएं शरीर की ऊर्जा को बढ़ाती हैं और थकान को दूर करती हैं।
इन बातें का जरूर रखें ध्यान
स्वर्ण भस्म सोने से बना होता है इसलिए बिना एक्सपर्ट से पूछे इसका सेवन ना करें। अधिक मात्रा में इसका सेवन पेट दर्द, आंतो की सूजन, ऐंठन का कारण बन सकता है इसलिए इसे खाने से पहले आयुर्वेदिक जानकार की सलाह जरूर लें। साथ ही बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।