Chaitra Navratri 2025 : कल से शुरु हो रहे चैत्र नवरात्रि, आठ दिन में होगी नौ देवियों की आराधना, जानिए कलश स्थापना का मुहूर्त
चंडीगढ़, 29 मार्च (ट्रिन्यू)
Chaitra Navratri 2025 : चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जो चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की पहली तिथि से शुरू होता है और 9 दिनों तक चलता है। इस दौरान देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि का महत्व विशेष रूप से साधना, उपवास, भक्ति, और आत्मनिर्माण से जुड़ा हुआ है। इस पर्व में हर दिन एक विशेष देवी रूप की पूजा की जाती है।
कलश स्थापना का मुहूर्त
कलश स्थापना का मुहूर्त सुबह छह बजकर 13 मिनट से 10 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। इस बार आठ दिनों के नवरात्र होंगे। तृतीया तिथि क्षय होने के कारण दूसरा और तीसरा नवरात्र 31 को ही माना जाएगा।
चैत्र नवरात्रि में इन 9 देवियों की होती है पूजा
पहला दिन (शैलपुत्री) - देवी दुर्गा के पहले रूप की पूजा, जो पर्वतों की पुत्री हैं।
दूसरा दिन (ब्रह्मचारिणी) - ब्रह्मा के अनुष्ठान और तपस्या की देवी की पूजा।
तीसरा दिन (चंद्रघंटा) - जो एक घंटे के आकार की देवी हैं।
चौथा दिन (कुष्मांडा) - उत्पत्ति की देवी, जो ब्रह्मांड की रचनाकार हैं।
पांचवां दिन (स्कंदमाता) - भगवान स्कंद की माता, देवी पार्वती का रूप।
छठा दिन (कात्यायनी) - जो महिषासुर का वध करने के लिए उत्पन्न हुईं।
सातवां दिन (कुलस्वामिनी) - महाकाली का रूप, जो सृजन और विनाश की शक्ति की प्रतीक हैं।
आठवां दिन (महागौरी) - देवी दुर्गा की सबसे पवित्र और शांत रूप।
नौवां दिन (सिद्धिदात्री) - जो सभी प्रकार की सिद्धियों और वरदानों की देवी हैं।
नवरात्रि का पर्व विशेष रूप से भक्तों के लिए आध्यात्मिक उन्नति, आत्म-निर्माण और देवी की कृपा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण समय होता है।