Kamika Ekadashi कामिका एकादशी पर बन रहा शुभ संयोग : आचार्य त्रिलोक
इस बार कामिका एकादशी सावन के दूसरे सोमवार को पड़ रही है। प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर के आचार्य त्रिलोक शास्त्री ने बताया कि इस साल कामिका एकादशी पर शुभ संयोग बन रहा है। कामिका एकादशी व्रत के दिन सर्वार्थ सिद्धि व अमृत सिद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है। इसके साथ ही इस दिन सावन का दूसरा सोमवार व्रत भी रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दिन जगत पालनहार भगवान विष्णु की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि एकादशी व्रत करने से जातक को समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और सभी सुखों को भोगकर अंत में मोक्ष को जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत के समापन को पारण कहा जाता है।
सावन की इस पहली एकादशी का व्रत रखने से जातक को बेहद पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने और व्रत कथा का पाठ करना भी फलदायी माना गया है। सावन में पड़ने वाली एकादशी का अधिक महत्व बताया गया है, जिसे कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है। आचार्य त्रिलोक महाराज ने बताया हिंदू पंचांग के अनुसार, कामिका एकादशी तिथि का आरंभ 20 तारीख को दोपहर में 12 बजकर 14 मिनट से शुरू हो गया था, लेकिन शास्त्रों के अनुसार, उदय तिथि में व्रत करने का विधान बताया गया है।
ऐसे में अगले दिन यानी 21 तारीख, सोमवार को कामिका एकादशी व्रत रखा जाएगा। कामिका एकादशी का व्रत रखने से जातक को भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।